बहनोई दानिश रिजवान के कहने पर यूपी से फरहान (साला) राँची में सुषमा बड़ाईक की हत्या करने पहुँच गया था,फरहान ने कहा-हर हाल में थी हत्या करने की तैयारी,क्योंकि सुषमा बना रही थी दबाव..
–बिहार के आरा से गिरफ्तार मुख्य आरोपी दानिश रिजवान को शुक्रवार को भेजा गया जेल तो साला के साथ एक अन्य अपराधी को शनिवार को भेजा गया जेल।
–गिरफ्तार अपराधी फरहान ने पुलिस को बताया उसकी बहन की जिंदगी बर्बाद कर रही थी सुषमा,फरहान दानिश का साला है।
–फरहान एक कुख्यात अपराधी है,यूपी एटीएस को इसकी कई साल से तलाश थी
राँची।झारखण्ड की राजधानी राँची में हुये चर्चित सुषमा बड़ाईक गोलीकांड के दो शूटर को लखनऊ के राजाजीपुरम इलाके में पारा रोड से गिरफ्तार किया गया था।दोनों शूटर फरहान और मुदस्सिर को ट्रांजिट रिमांड पर राँची लाया गया।शनिवार को जेल भेज दिया है।राँची पुलिस ने यूपी एसटीएफ के साथ मिलकर यह गिरफ्तारी की है।गिरफ्तारी में यूपी एसटीएफ के बाद योगदान रहा है।वहीं इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता दानिश रिजवान को बिहार से गिरफ्तार कर शुक्रवार को राँची लाया और शुक्रवार को ही जेल भेज दिया था।वहीं एक और अपराधी गुड्डू उर्फ उमर अभी फरार हैं।
बता दें राँची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा के बीच सुषमा बड़ाईक को हरमू और सहजानंद चौके बीच दिनदहाड़े गोली मार दी थी।राँची पुलिस ने इस घटना की गुत्थी सुलझा ली है। जहां बिहार के आरा से गिरफ्तार कर लाए मुख्य आरोपी हम पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान को शुक्रवार को पुलिस ने कोर्ट में प्रस्तुत किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।सुषमा बड़ाईक गोली कांड में राँची पुलिस ने दो शूटरों को भी यूपी से गिरफ्तार किया है।जिसे राँची लाया गया है। इसमें एक दानिश रिजवान का सगा साला फरहान और दूसरा मुद्दसिर है। दोनो ने उत्तर प्रदेश में कई संगीन अपराध को अंजाम दिया है। वही दानिश रिजवान पर बिहार में 9 मामले दर्ज है। फरहान और मुदस्सिर ने सुषमा बड़ाईक को गोली मारी थी। उसी ने अपने जीजा दानिश रिजवान के साथ मिलकर सुषमा बड़ाईक को गोली मारने की योजना बनाई थी। शूटरों को उसी ने बुलाया था। अगर फरहान की गिरफ्तारी नहीं होती तो इस कांड का राँची पुलिस को खुलासा करना मुश्किल हो जाता।
गिरफ्तारी के बाद फरहान ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने सुषमा बड़ाईक को मारने की योजना अपने जीजा दानिश रिजवान के साथ मिलकर बनाई थी। फरहान ने शूटरों की व्यवस्था की थी। सुषमा की रेकी के लिए अलग से एक युवक को रखा गया था। उसकी हत्या हर हाल में करनी है ऐसा फरहान ने शूटरों को कहा था। फरहान को लग रहा था कि उसकी बहन की जिंदगी सुषमा बड़ाईक बर्बाद कर रही है। उसके जीजा दानिश के विरुद्ध सुषमा ने पटना के सचिवालय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद वह अपने बेटे का डीएनए टेस्ट कराने का भी दबाव बना रही थी। इसी वजह से दानिश ने अपने साले के साथ उसे रास्ते से ही हटाने की योजना बना डाली। सुषमा बड़ाईक तो गोली लगने के बाद बच गई,लेकिन दानिश रिजवान फंस गया।
उत्तरप्रदेश एटीएस को पांच सालों से तलाश थी
सुषमा बड़ाइक पर फायरिंग मामले में यूपी से गिरफ्तार किए गया फरहान खान एक कुख्यात अपराधी है।फरहान तिहाड़ जेल में बंद सलीम सोहराब गिरोह के लिए काम किया करता था।यूपी एटीएस को फरहान की तलाश पिछले 5 सालों से थी।
नबालिग रहते शुरू कर दिया था अपराध
पुलिस की पूछताछ में फरहान ने बताया है कि वह तिहाड़ जेल में बंद सलीम-शोहराब गिरोह का शूटर है।सलीम-शोहराब दोनों सगे भाई हैं और इनका गिरोह लखनऊ के आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है। फरहान के अनुसार उसका बॉस फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है।दरअसल, फरहान खान आदतन अपराधी है।जब वह नाबालिग था उसी दौरान उसने एक हत्याकांड को अंजाम दिया था। उस दौरान उसे बाल सुधार गृह में रखा गया था।सुधार गृह से निकलने के बाद वह सलीम गिरोह से जुड़ गया और सलीम गिरोह के लिए उसने मर्डर, हाफ मर्डर और किडनैपिंग जैसे कई कांडों को अंजाम दिया।लखनऊ के विभिन्न थानों में फरहान खान के ऊपर तीन हत्या सहित एक दर्जन से ज्यादा कांड दर्ज है। हत्या के मामले में वह जेल भी जा चुका है। जमानत पर बाहर निकलने के बाद एक बार फिर से वह आपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगा।
गुड्डु उर्फ उमर बाइक से ही लखनऊ से पहुंच गया था राँची
पूरे मामले में फरहान का खास दोस्त गुड्डू उर्फ उमर अभी भी फरार चल रहा है। सुषमा बड़ाइक पर फायरिंग के लिए जिस बाइक का प्रयोग किया गया था वह बाइक लखनऊ से ही चोरी की गई थी। फरहान ने बाइक चोरी कर उसका नंबर प्लेट बदलकर राँची लाने का जिम्मा गुड्डू और उमर को ही दिया था। गुड्डू चोरी की बाइक चलाकर लखनऊ से राँची तक पहुंच गया था जिसके बाद उसी बाइक पर बैठकर फरहान, मुदस्सर और गुड्डू ने सुषमा पर गोलियां चलाई।गोलीबारी की वारदात को अंजाम देने के बाद राँची के हिंदपीढ़ी इलाके में चोरी की बाइक को लावारिस अवस्था में छोड़कर तीनों लखनऊ भाग गए थे।
बता दें गोलीबारी की घटना के बाद से ही एसएसपी ने हटिया डीएसपी राजा कुमार मित्रा के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की थी।इसी एसआईटी टीम ने घटना के बाद से ही अपराधियों की गिरफ़्तारी के लिए उत्तरप्रदेश और बिहार में जुटी हुई थी।
14 सितंबर 2022 को सुषमा ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
सुषमा बड़ाईक ने दानिश रिजवान के विरुद्ध पटना के सचिवालय थाना में 14 सितंबर 2022 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें 10 अक्टूबर 2011 की घटना का जिक्र किया गया था। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार सुषमा 10 अक्टूबर 2011 को बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से मिलने गई थी। सीएम से मिलने के दौरान ही उसकी मुलाकात दानिश रिजवान से हुई। उस समय दानिश एक निजी चैनल में कार्यरत था। सीएम से मिलने के बाद सुषमा राँची के लिए ट्रेन पकड़ने स्टेशन पहुंची। रात में रांची के लिए कोई ट्रेन नहीं था। सुषमा स्टेशन पर अकेली थी। उसी दौरान उसके पीछ कुछ गुंडे लग गए। वह स्टेशन पर अंजान थी। इसी दौरान अचानक स्टेशन पर उसकी नजर दानिश पर पड़ी। वह उसके पास गई। दानिश ने उसकी मदद करने की बात कही। आरोप है कि दानिश उसे सचिवालय से कुछ दूर एक फ्लेट में ले गया। जहां पहले से दो प्लेट खाना रखा हुआ था। जैसे ही उसने वह खाना खाया वह बेहोश हो गई। फिर दानिश ने उसके साथ गलत किया।