#jharkhand:मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के ओएसडी रहे गोपाल जी तिवारी के खिलाफ एसीबी जांच ……!

सरकार बनने के बाद पिछले छह महीने में गोपाल जी तिवारी को कौन सा खजाना मिल गया था जो अपने ही चहेते अफसर के खिलाफ सरकार ने एसीबी जांच करवा रही है।ये जांच के बाद पता चलेगा?

राँची।झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिछले सप्ताह तक ओएसडी रहे गोपाल जी तिवारी के खिलाफ एसीबी ने प्रीलिमिनरी इन्क्वायरी (पीई) दर्ज की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ओएसडी गोपाल जी तिवारी के खिलाफ सोमवार को एसीबी जांच का आदेश दिया था।उन्होंने आदेश अपने निवर्तमान ओएसडी के खिलाफ पद का दुरुपयोग कर पैसा कमाने और 21.55 करोड रुपए निवेश करने से संबंधित मिली शिकायत पर दिया था। गोपाल जी तिवारी ने बीते 13 जुलाई को सीएम के ओएसडी पद से इस्तीफा दिया था। वर्तमान में वह पथ निर्माण विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर पदस्थापित हैं। पूरे मामले में एसीबी के एडीजी नीरज सिन्हा ने कहा की गोपाल जी तिवारी के खिलाफ पीई दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

मालूम हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पिछले दिनों एक पत्र मिला था ।इसमें आरोप लगाया गया था कि गोपाल जी तिवारी ने अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध तरीके से पैसे कमाए है। उन्होंने इस पैसे से कई संपत्ति अर्जित की है। उन्होंने जमीन और फ्लैट में भी बड़ी राशि निवेश की है। साथ ही गलत तरीके से विदेश यात्रा भी की है। इन शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री ने एसीबी को पीई दर्ज कर जांच का आदेश दिया था।

इधर सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अभी कई अफसरों पर गाज गिर सकती है।सूत्रों के अनुसार सीएम ने कई अधिकारियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है।जिसमें नई सरकार बनने के बाद कुछ अधिकारियों ने अपने मनमाने ढंग से कार्य किये है। जिस पर सीएम कार्यवाही कर सकते हैं।सूत्रों को माने तो वहीं कुछ वेसे अधिकारी जो पिछले सरकार में बढ़चढ़कर अच्छी कार्य किये हैं लेकिन विशेष राजीनीति पार्टियों के लाभ पहुंचाने का आरोप उनपर लगा था।सूत्र बताते हैं फिर से वही सब अधिकारियों ने कार्य ले सकते हैं क्योंकि अनुभव वाले अधिकारी ही सरकार के कार्यों को सही दिशा दे सकते हैं।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जुलाई के अंत तक कोई फेर बदल हो सकता है।:स्रोत;