#RANCHI:सिपाही के मकान में लगे करंट से माँ बेटी की मौत मामले में सिपाही और उसकी पत्नी पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज..

शव लेकर जतरू पहुंचा अपने गांव खूंटी तो ग्रामीणों ने यह कहकर नहीं होने दिया अंतिम संस्कार कि दोनों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है, वापस आकर राँची से एफआईआर की कॉपी लेकर गया तब हुआ क्रियाकर्म

– अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी पहुंचे घटना स्थल, कहा आरोपियों पर होनी चाहिए शीघ्र कार्रवाई, आपदा प्रबंधन से मुआवजा दिलाने का किया जाएगा प्रयास

राँची।एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के टोनको बस्ती में सोमवार की रात एक मां-बेटी की एक सिपाही के निर्माणाधीन मकान के बाउंड्रीवाल के चारो ओर लगाए करंट की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई थी। इस मामले में मृतक महिला महेश्वरी देवी के पति जतरू राम के फर्द बयान पर एयरपोर्ट थाना में मकान के मालिक सिपाही कृष्णा कुजूर और उसकी शिक्षिका पत्नी मंजू कुजूर के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हो गया है। हालांकि अभी तक दोनों में से किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। एयरपोर्ट थाना प्रभारी रमेश गिरी का कहना को अब गिरफ्तारी की जाएगी। क्योकि सिपाही गुमला में है।जतरू राम ने पुलिस को दिए अपने फर्द बयान में बताया है कि मंजू कुजूर और उसके पति कृष्णा कुजूर के चहारदीवारी के अंदर उसकी पत्नी व बेटी का शव मंगलवार की सुबह मिला था। इनके घर के चहारदीवारी में जान बूझकर किसी को मारने के इरादे जीआई तार से घेराबंदी की गई है। जिसमें करंट दिया रहता है। उसी तार में सटने से उसकी पत्नी और बेटी की मौत हुई है। जतरू राम ने यह भी बयान दिया है कि दोनों ने अपने निर्माणाधीन घर में अवैध रूप से बिजली का कनेक्शन ले रखा था। इसके साथ ही चहारदीवारी में जब बिजली का करेंट दौड़ा रखा था तो उनको वैधानिक चेतावनी अपने घर के आगे लगाना चाहिए था कि दीवार से कोई नहीं सटे, उसपर तार लगा हुआ है, जिसमें करंट है। करंट लगने से दुर्घटना हो सकती है। लेकिन ऐसा कुछ कही नहीं लिखा हुआ था। इससे यह साबित होता है कि चहारदीवारी में जानबूझकर करंट दिया गया था। जिससे उसकी पत्नी और बेटी की मौत करंट लगने से हुई है।

गांव में शव देख ग्रामीण को होने लगी शंका की मौत कैसे हुई

जतरू राम अपनी पत्नी महेशवरी देवी और बेटी संगीता कुमारी के रिम्स में पोस्टमार्टम होने के बाद शव लेकर अपने गांव खूंटी जिले के गरई खटंगा लेकर मंगलवार को ही पहुंच गया था। लेकिन ग्रामीणों ने जब शव को देखा तो उन्हें शंका होने लगा कि उनकी मौत कही कोरोना संक्रमण से तो नहीं हुई है। जब शव का अंतिम संस्कार करने की जतरू राम तैयारी करने लगा तो ग्रामीणों ने इसका विरोध कर दिया। वे मानने के लिए तैयार ही नहीं हो रहे थे। इसके बाद जतरू राँची आया फिर एफआईआर की कॉपी लेकर अपने गांव पहुंचा। गांव वालों ने एफआईआर में जब देखा कि दोनों की मौत बिजली के करंट लगने से हुई है तब दोनों का अंतिम संस्कार बुधवार को हुआ।

इधर अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष ने कहा सजा मिलनी चाहिए, मुआवजा दिलाने का प्रयास

घटना की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को झारखण्ड अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष शिव धारी राम टोनको पहुंचे। घटना स्थल के आसपास रहने वाले लोगो से उन्होंने पूछताछ की। राम ने कहा कि पीड़ित परिवार को आपदा प्रबंधन विभाग से मुआवजा दिलाने के लिए वे प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से घर की चहारदीवारी पर जीआई तार लगाकर करंट दिया गया हुआ था वह हर तरह से गैर कानूनी है। उनकी पांच फीट ऊंची बाउंड्री है कोई भी उसपर हाथ रख सकता है और दुर्घटना हो सकती थी, जो सोमवार की रात हो ही गई। उन्होंने कहा कि पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि उन्होंने अवैध रूप से बिजली का कनेक्शन ले रखा था।