एटीएस के रिमांड पर गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव,छह दिनों तक होगी पूछताछ,खुल सकते हैं अपराध के कई राज..

राँची।झारखण्ड के कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव से अगले 6 दिनों तक एटीएस की टीम पूछताछ करेगी।राँची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद गैंगस्टर अमन से पूछताछ के लिए एटीएस के द्वारा अदालत में आवेदन दिया गया था।एटीएस के दलील के बाद अदालत ने अमन श्रीवास्तव से पूछताछ के लिए 6 दिनों का रिमांड मंजूर कर लिया है।एटीएस मुख्यालय में अब एटीएम के अधिकारियों द्वारा 6 दिनों तक गैंगस्टर से पूछताछ कर कई राज खुलवाने की कोशिश करेंगे।

छह दिनों की रिमांड की मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार को झारखण्ड एटीएस की एक टीम राँची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुंची। जिसके बाद न्यायिक हिरासत में जेल में बंद अमन श्रीवास्तव को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच झारखण्ड एटीएस के मुख्यालय लेकर चली गई। गौरतलब है कि अमन श्रीवास्तव का प्रतिद्वंदी गिरोह से अमन को बड़ा खतरा है।इसे देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ही अमन को जेल से एटीएस लाया गया।

मुंबई से गिरफ्तार अमन श्रीवास्तव के सीने में कई गहरे राज दफ्न हैं।अगर सही तरीके से एटीएस की जांच की दिशा आगे बढ़ी तो अमन से संबंध को लेकर कई लोग जिनमें कुछ अफसर और राजनेता भी शामिल हैं, वह भी बेनकाब हो जाएंगे। अमन के सिर पर झारखण्ड के कई बड़े अफसरों और राजनेताओं का हाथ था।खासकर वैसे अफसर और नेता जो पांडेय गिरोह से अदावत रखते थे।उन लोगों ने अमन को क्राइम की दुनिया में आगे बढ़ाने में बेहद मदद की। इन सभी मुद्दों पर अमन से रिमांड अवधि के दौरान पूछताछ होगी।

दर्ज कांडों को लेकर भी होगी पूछताछ

अमन श्रीवास्तव के ऊपर राँची, लोहरदगा, लातेहार, रामगढ़, हजारीबाग और चतरा जैसे जिलों में दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. एटीएस की टीम ने अमन श्रीवास्तव के ऊपर दर्ज सभी कांडों को विस्तार पूर्वक अध्ययन किया है. रिमांड अवधि में अमन से दर्ज कांडों में उसकी भूमिका किस प्रकार की थी उस संबंध में भी पूछताछ की जाएगी।

गैंगस्टर पिता की हत्या के बाद सही संभाल रहा जाएंगी कमाल

2 जून 2015 को हजारीबाग कोर्ट में पेशी के दौरान अमन श्रीवास्तव के पिता कुख्यात गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।सुशील श्रीवास्तव की हत्या पांडेय गिरोह के द्वारा अंजाम दिया गया था। अपने पिता की हत्या के बाद वकालत की पढ़ाई कर रहा अमन भी अपराध की दुनिया में शामिल हो गया और श्रीवास्तव गिरोह की कमान संभाल लिया।