धनबाद एनकाउंटर मामला: गिरोह के 100 से ज्यादा अपराधी है सक्रिय,दे चुके है कई राज्यों में बड़े लूट की घटना को अंजाम
धनबाद।झारखण्ड के धनबाद में बैंक मोड़ थाना क्षेत्र स्थित मुथूट फाइनेंस कंपनी में लूट की घटना को अंजाम देने आये अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में एक अपराधी मारा गया था और दो गिरफ्तार हुए थे।गिरफ्तार हुए अपराधियों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया है,कि इस गिरोह में एक सौ अधिक अपराधी जुड़े हुए है।जो पूरे देश में लूट की घटनाओं को अंजाम देता है।इस गिरोह के अपराधी के द्वारा देश के अलग अलग जगहों से साढ़े तीन क्विंटल जेवर लूट चुका है।कुछ महीने पहले इसी गिरोह के अपराधियों ने राजस्थान में भी लूट की घटना को अंजाम दिया था।जिसमें चार अपराधी गिरफ्तार हुए थे।
बिहार के रहने वाले हैं मास्टरमाइंड
इस गिरोह का मास्टरमाइंड बिहार का रहने वाला राजीव सिंह है जो वर्तमान में पटना के बेउर जेल में बंद है।जेल में बंद रहते हुए भी अपराधिक गिरोह का संचालन करता है,और अपराधियों को लूट की घटना से संबंधित दिशा-निर्देश देते रहता है।धनबाद में भी फाइनेंस कंपनी को लूटने आए अपराधियों को राजीव सिंह जेल के अंदर से ही घटना को लेकर दिशा-निर्देश दे रहा था।पुलिस के समक्ष गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया है कि राजीव सिंह घटना के समय अपराधियों को निर्देश दे रहा था कि फाइनेंस कर्मचारी अगर लॉकर की चाबी देने में देर करे तो महिला कर्मचारी का रेप कर दो।
झारखण्ड-बिहार से लेकर बंगाल तक की घटनाओं में राजीव का हाथ
राजीव सिंह बेउर जेल में रहते हुए भी झारखण्ड-बिहार से लेकर बंगाल तक सोना लूट की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। इन तीनों राज्यों में अब तक मुथूट फिनकॉर्प में जितनी भी डकैती हुई है,अधिकतर में राजीव सिंह का ही नाम आया है। अब धनबाद की दोनों घटनाओं से भी उसका नाम जुड़ गया है। समस्तीपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत चकनूर निवासी मो. आसिफ गैंग लीडर राजीव सिंह का खासमखास है।पुलिस पूछताछ में आसिफ ने बताया है कि पिछले दिनों धनसार में गुंजन ज्वेल्स डकैती कांड को अंजाम देने में राजीव कुमार सिंह का हाथ है। इस गिरोह के द्वारा झारखण्ड के धनबाद, जमशेदपुर के अलावा बिहार के कटिहार, राजस्थान, ओड़िशा और इंदौर में डकैती की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है।