चतरा:एनटीपीसी के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन अचानक हुआ हिंसक,जमकर पथराव, लाठीचार्ज,आधा दर्जन से ज्यादा वाहन जले

चतरा।झारखण्ड के चतरा जिले में सोमवार को जमकर बवाल हुआ है। जिले के टंडवा क्षेत्र में एनटीपीसी के खिलाफ पिछले 14 माह से चल रहा आंदोलन अचानक हिंसक हो गया। पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। बताया जा रहा है कि कंपनी के गेट पर मौजूद आंदोलनकारियों ने वाहनों का प्रवेश रोक दिया था। प्रबंधन ने पुलिस को मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने आंदोलनकारियों को गेट छोड़कर हटने के लिए कहा। इस कारण आंदोलकारी भड़क गए। पहले पुलिस व आंदोलनकारियों के बीच पहले कहासुनी हुई फिर हिंसक रूप ले लिया।बताया जाता है कि कहासुनी के बाद विवाद इतना बढ़ गया की स्थिति मारपीट तक पहुंच गई। हालात को संभालने के लिए पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठी चार्ज कर दिया। इसके बाद भगदड़ मच गई। इसमें कई आंदोलनकारी घायल हो गए। इसके बाद आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। उग्र भीड़ के हमले से बचने के लिए पुलिस भी हमलावर हो गई।

दौड़ा-दौड़ाकर प्रदर्शनकारियों को पीटा गया

बताया जा रहा है कि हंगामे में शामिल कुछ उपद्रवी ने सड़क के किनारे खड़े करीब 8 वाहनों में आग लगा दी। उसके बाद पुलिस ने लोगों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा।वहीं पुलिस ने आंदोलनकारियों का टेंट उखाड़ दिया। इधर आग लगने से कंपनी में लगे आधा दर्जन से ज्यादा हाईवा व ट्रक जलकर राख हो गए। करीब 2 घंटे तक दोनों तरफ से हंगामा चलता रहा। पुलिस ने स्थिति को संभालने के आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद घटनास्थल से भीड़ हटी।

बताया जा रहा है कि एनटीपीसी गेट के सामने यह प्रदर्शन गत 11 जनवरी 21 से चल रहा था।इसी बीच कई बार बातचीत की पहल हुई लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। बताया जा रहा है कि आंदोलकारी मुआवजा राशि में बढ़ोत्तरी सहित कुछ और मांगों पर कंपनी प्रबंधन से विचार करने का आग्रह कर रहे थे लेकिन इसका कोई स्थाई समाधान नहीं निकल पा रहा था। लंबे समय तक यह अहिंसक तरीके से चलता रहा। अचानक माहौल बदल गया।

इधर आंदोलनकारी दावा कर रहे हैं कि प्रायोजित तरीके से हिंसा कर आंदोलन को तोड़ने का प्रयास किया गया है। आंदोलकारियों का कहना है कि वाहनों किसी प्रदर्शनकारी ने नहीं जलाया है। बल्कि भीड़ में साजिश के तहत शामिल कुछ लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है।फिलहाल वरीय पुलिस पदाधिकारी सहित भारी संख्या में पुलिस घटना स्थल कैम्प किए हुए है।