गांजा तस्कर को पुलिस ने रोका तो पुलिसकर्मियों से भीड़ गया,एक पुलिस वाले की चबा डाली उंगली,दूसरे पर कर दिया जानलेवा हमला,वर्दी फाड़ दी…

दुमका।झारखण्ड-पश्चिम बंगाल की सीमा पर दुमका जिला के महेशखाला बॉर्डर चेक पोस्ट पर पुलिस ने जब एक गांजा तस्कर को जांच के लिए रोका तो वह उग्र हो गया। उसने पंकज किस्कू नामक एक सिपाही का अंगूठा दांत से चबा लिया तो दूसरे सिपाही विश्वनाथ दुलई पर लात-घूंसे की बौछार कर दी। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।इतना ही नहीं गांजा तस्कर ने सिपाही की वर्दी भी फाड़ दी। काफी मशक्कत से वह पकड़ में आया।उसकी बाइक से गांजा का एक पैकेट बरामद किया गया।

दरअसल,दुमका और पश्चिम बंगाल बीरभूम जिला के सीमा पर स्थित महेशखाला बॉर्डर चेक पोस्ट पर बीती देर रात झारखण्ड पुलिस के कुछ जवान तैनात थे। इसी बीच दुमका के रानीश्वर प्रखंड की ओर से बीरभूम की ओर जा रहे एक बाइक सवार को पुलिस ने जांच के लिए रोका। बाइक सवार युवक अपनी बाइक रोक अचानक पुलिसकर्मियों पर टूट पड़ा। सबसे पहले उसने ड्यूटी पर तैनात सिपाही विश्वनाथ के चेहरे पर घूसों से प्रहार करना शुरू कर दिया और उसकी वर्दी फाड़ दी।जब दूसरा जवान अनूप बाउरी ने उसे रोकना चाहा तो उसके बाये हाथ के अंगूठे को चबा डाला। अचानक इस हमले से और जो दो पुलिसकर्मी थे वे भी दौड़े आए लेकिन तब तक वह युवक बाइक छोड़ भागने लगा।सभी पुलिसवाले उसके पीछे दौड़े और किसी तरह वह पकड़ में आया। पुलिस गिरफ्त में आये युवक ने अपना नाम भोला यादव बताया। जो दुमका के रानीश्वर थाना क्षेत्र के नौरंगी गांव का रहने वाला था। जब उसकी बाइक JH04A – 0487 की जांच हुई तो उसके डिक्की से गांजा का एक पैकेट निकला। इधर दोनों घायल पुलिसकर्मियों का इलाज रानीश्वर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया है।

इस सम्बंध में मौके पर तैनात एएसआई हरेंद्र मरांडी ने इस बाबत रानीश्वर थाना में एक मामला दर्ज कराया है। जिसमें उसने सारी घटनाओं का जिक्र करते हुए लिखा है कि पकड़ा गया युवक भोला यादव काफी आक्रमक था और बेरहमी से पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया।उसके वर्दी फाड़ डाले. सरकारी काम में बाधा पहुंचाई। इसके साथ ही उसके पास से गांजा का पैकेट भी बरामद हुआ। उनके आवेदन पर रानीश्वर थाना में धारा 341, 323, 307, 333, 353 के साथ 20/20 (A) एनडीपीएस एक्ट 1985 में गांजा रखने से संबंधित केस दर्ज हुआ।

वहीं गांजा रखने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में भोला यादव को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।