Jharkhand:चतरा पुलिस के समक्ष 10 लाख का इनामी रघुवंश गंझू समेत टीपीसी के दो उग्रवादी ने हथियार के साथ किया आत्मसमर्पण

चतरा।राज्य में झारखण्ड पुलिस की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर दो इनामी नक्सलियों ने चतरा एसपी ऋषभ कुमार झा के समक्ष हथियार के साथ सरेंडर कर दिया।एसपी ऋषभ कुमार झा के पहल पर दस लाख का इनामी टीपीसी उग्रवादी रघुवंश गंझू उर्फ चितेरन गंझू व एक लाख का इनामी सब जोनल कमांडर पत्थर गंझू उर्फ लक्ष्मण गंझू ने सरेंडर कर दिया।

हथियार के साथ दोनों उग्रवादियों ने सरेंडर किया है।लक्ष्मण गंझू चतरा जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र के सकटीटांड का रहने वाला है. उसने एक एसएलआर, 145 कारतूस, एसएलआर का तीन मैगनीज, एक वर्दी और एक एम्युनिशन पाउच भी पुलिस को सौंपा है।लक्ष्मण गंझू के खिलाफ चतरा के अलावा राँची और लातेहार के विभिन्न थानों में चौदह मामले दर्ज है। वहीं रघुवंश गंझू मूल रूप से कुंदा थाना क्षेत्र के आसेदीरी गांव का रहने वाला है. उसने एक राइफल, एक मैगजीन और दो सौ कारतूस के साथ आत्मसमर्पण किया है।

पिछले दो महीनों के दौरान चतरा पुलिस की यह दूसरी बड़ी सफलता है। इससे पहले बीते 14 जनवरी को टीपीसी के सेकेंड सुप्रीमों मुकेश गंझू ने सरेंडर किया था।एसपी ऋषभ कुमार झा ने कहा कि हथियार किसी समस्या का निदान नहीं है.टीपीसी हो या भाकपा माओवादी या फिर दूसरे उग्रवादी-अपराधी संगठन, उनकी कोई नीति या सिद्धांत नहीं है। संगठन के नाम पर आतंक फैलाकर धन संग्रह वे कर रहे हैं।एसपी ने कहा कि समाज से विमुख हुए लोग सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाएं।