हत्या कर प्रेमिका से मिलने हजारीबाग पहुँचा था अपराधी छोटू;कल्लू यादव को सनकी शूटर छोटू ने पहले प्रणाम किया फिर गोली मारा…इनोवा के बाद स्कॉर्पियो से भागा मुख्य साजिशकर्ता….
राँची।राजधानी राँची के टाटीसिल्वे थाना क्षेत्र स्थित महिलौंग में हुए अनिल कुमार उर्फ कल्लू यादव की हत्याकांड में शामिल शूटर अभिषेक पासवान उर्फ छोटू काे पुलिस ने हजारीबाग के होटल से गिरफ्तार कर राँची लाया और आज मीडिया के सामने प्रस्तुत कर उसे जेल भेज दिया है। वह मूलरूप से पटना जिले का रहने वाला है।लेकिन वर्तमान में गनपत नगर चुटिया में किराये के मकान में रह रहा था।वहीं कांड का मुख्य सूत्रधार जमीन काराेबारी सुनील यादव उर्फ सुनील बाेखा है और वह टाटीसिल्वे थाना क्षेत्र स्थित सेंटाेरियम के समीप का रहने वाला है।
10 लाख लेना है भैया पैसा डूब जाएगा…
जानकारी के अनुसार कुछ दिनाें पूर्व शूटर अभिषेक पासवान सुनील के पास कुछ रुपये मांगने के लिए पहुंचा था। सुनील ने कहा था-कल्लू की हत्या कर दाे,तुम्हे रुपया दे देंगे।तब छोटू ने कहा था कल्लू की हत्या नहीं करेंगे उसके पास मेरा और उसका भाई जो कल्लू के साथ जमीन का काम करता है।उसे कल्लू से 10 लाख लेना है,मर जायेगा तो पैसा डूब जाएगा।तब छोटू ने सुनील से कहा 10 लाख दीजिये हत्या कर देंगे।उसके 3 लाख रुपये में हत्या करने का सौदा तय हुआ।उसके बाद सुनील द्वारा दिए गए कार्य काे करने के लिए अभिषेक तैयार हाे गया जिसके बाद उसे हथियार उपलब्ध कराया गया।
इनोवा कार से सुनील,अभिषेक उर्फ छोटू और प्रेम पहुँचा था
जानकारी के अनुसार घटना के दिन (3 मार्च) सुनील के साथ अभिषेक और प्रेम इनोवा गाड़ी लेकर पहुँचा था। प्रेम गाड़ी चला रहा था।घटना स्थल के दूसरी तरह इनोवा कार रुका और उसमें से अभिषेक उर्फ छोटू पैदल ही महिलाैंग में कल्लू जहां एक दुकान में बैठा था।उनके समीप पहुंचकर पहले प्रणाम किया।फिर कुछ बातचीत हुआ।तब कल्लू ने कहा जाओ अभी बात नहीं करेंगे।तब सुनील के इशारे पर (सुनील प्रेम के साथ कुछ दूरी पर इनोवा गाड़ी में बैठा था) छोटू ने गाेली मार दी।जिसके बाद कल्लू की माैत हाे गई थी।पहले एक गोली मारी गई।कुछ दूर जाकर फिर वापस आकर दूसरी गोली मारी।उसके तीनो इनोवा से भाग निकला।गाड़ी प्रेम चला रहा था।
हजारीबाग में प्रेमिका से मिलने पहुँचा था और होटल ठहरा था
बताया जाता है कि कल्लू यादव की हत्या के बाद इनोवा गाड़ी से तीनों आराम से राँची निकल गया।तीनों हजारीबाग जैसे पहुँचा तो अभिषेक पासवान अपने प्रेमिका को फोन किया कि हजारीबाग आये हैं।उसके बाद होटल में ठहरा था।जहां से पुलिस ने उसे दबोचा है।प्रेमिका को जब पता चला कि हत्या कर आया तो वो भी भाग निकली।उसके बाद छोटू होटल में रुक गया।
धनबाद से स्कॉर्पियो मंगाकर भागा सुनील
मुख्य साजिशकर्ता सुनील यादव जब राँची से इनोवा गाड़ी से भगाने लगा तो उसने धनबाद से एक स्कॉपियो हजारीबाग बुलाया।फिर उसने भागने के लिए स्कॉर्पियो का उपयोग किया।उसके बाद स्कॉपियो से सुनील पटना भाग गया।जहां पर राँची पुलिस ने तीन दिनों तक घेराबंदी किया।लेकिन कामयाबी नहीं मिला है।इधर पुलिस स्कॉर्पियो और उसके मालिक की भी तलाश में जुटी है
वर्चस्व बनाना चाहता था सुनील, पहले भी कल्लू से हाे हुआ था विवाद
सुनील टाटीसिल्वे इलाके में जमीन का काराेबार करता है और वह अपना वर्चस्व बनाना चाहता था। हालांकि कल्लू के सामने उसकी एक नहीं चलती थी। पूर्व में भी सुनील अाैर कल्लू के बीच कहासुनी हाे चुकी थी लेकिन कल्लू काे भारी पड़ता देख सुनील काे ही हमेशा पीछे हटना पड़ता था। सुनील के जमीन काराेबार में कल्लू राेड़ा बन रहा था।बताया जाता है कि दोनों एक ही से आते हैं।अपने ही दूर के रिश्ते में है।कल्लू के पिता और कल्लू के चाचा ने ही सबको राँची लाया था।लेकिन पैसा कमाने के चक्कर मे दोनो प्रतिद्वंद्वी बना हुआ था।यही वजह है कि पिछले कुछ माह से एक जमीन को लेकर लगातार सुनील अपनी प्रतिद्वंदी कल्लू की हत्या करने का प्लान बना रहा था। इसी दाैरान अचानक शूटर अभिषेक पासवान उसके पास पैसा मांगने पहुंचा जिसके बाद कल्लू की हत्या का जिम्मा साैंप दिया। शूटर अभिषेक ने भी कार्य काे स्विकार करते हुए गाेली मारने के लिए तैयार हाे गया था जिसके बाद 3 लाख में साैदा हुआ था। वहीं 40 हजार उसे एडवांस में दिया था।
वेस्ट फालिया फैक्ट्री में भी था कल्लू का दबदबा, यूनियन में सुनील काे नहीं मिलता था
टाटीसिल्वे में बंद पड़ा वेस्ट फालिया फैक्ट्री में कल्लू अाैर सुनील का अक्सर अाना-जाना हाेता था। हालांकि वहां भी कल्लू का ही दबदबा था। हालांकि सुनील अपना सिक्का चलाना चाहता था। सुनील अक्सर वेस्ट फालिया फैक्ट्री के युनियन में अपना स्थान बनाना चाहता था लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही थी। इन्ही सब बाताें से सुनील पिछले कुछ माह से लगातार परेशान था जिसके बाद कल्लू के हत्या सुनिश्चित करने पर वह तुला हुअा था।
छोटू का रहा है पुराना अपराधिक इतिहास, 3 माह से पुलिस कर रही थी तलाश
गिरफ्तार शूटर अभिषेक का पुराना अपराधिक इतिहास रहा है। 3 माह पहले से अभिषेक का पुलिस तलाश कर रही थी लेकिन वह फरार था। 3 दिसंबर 2022 काे ही अभिषेक ने नामकुम स्थित हाइटेंशन के समीप उपेंद्र पांडे पर गाेली चलाया था और फरार हाे गया था। उपेंद्र पांडे बाल-बाल बच गए थे जिसके बाद पीड़ित ने प्राथमिकी दर्ज कराया था। वहीं 10 फरवरी को केतारी बगान मकान मालकिन काे छोटू का चचेरा भाई ने चाकू मारकर घायल कर दिया था। उसके बाद छोटू हथियार लेकर मकान मालिकन को धमकाने आया था।इस चाकूबाजी कांड में भी पुलिस अभिषेक का तलाश कर रही थी लेकिन सफलता नहीं मिल पा रहा था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में अभिषेक ने कल्लू हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।वहीं पुलिस ने हथियार और कार बरामद किया है।
प्रेस विज्ञप्ति: