जमशेदपुर में दो गुटों के बीच तनाव,कथित रूप से मांस का टुकड़ा मिलने से बिगड़ी स्थिति,देर रात सड़कों पर उतरे लोग,पुलिस ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया

जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर में कदमा थाना क्षेत्र शास्त्रीनगर ब्लॉक संख्या तीन चौक के पास महावीरी झंडा के साथ अपमान किए जाने की घटना को लेकर शनिवार की रात तनाव का माहौल हो गया। घटना से आक्रोशित लोग देर रात सड़क पर उतर आए। लोग धरने पर बैठ गए। इतना ही नहीं, उन्होंने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।सूचना पर बिष्टुपुर थाना प्रभारी अंजनी कुमार, कदमा के सब इंस्पेक्टर गौरव कुमार समेत अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे। सतर्कता के तहत क्यूआरटी और अन्य थाना की पेट्रोलिंग पुलिस की तैनाती कर दी गई। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मांग रखी कि अगर 24 घंटे के भीतर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।इसके साथ ही, लोगों ने चौक-चौराहे से मांस बेचने वालों को अविलंब हटाने की मांग गी। डेढ़ घंटे तक लोग सड़क पर रहे। उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर लोग सड़क से हट गए।

वहीं भाजपा नेता नंदजी प्रसाद, सुधांशु ओझा, विपल समेत विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के लोग भी शास्त्रीनगर ब्लॉक संख्या तीन में काफी संख्या में पहुंचे थे। पुलिस की तत्परता से मामला शांत हो गया। क्षेत्र में जगह जगह पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। माहौल पर पुलिस अधिकारी निगाह रखे हुए हैं।

बता दें कि कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक संख्या तीन में पीपलधारी जटाधारी मंदिर से कुछ दूरी पर रामनवमी के दिन स्ट्रीट लाइट पर महावीरी झंडा बांधा गया था। जिसे शनिवार को खोलने के लिए स्थानीय युवक गए थे। झंडा की रस्सी पर युवकों ने एक पॉलीथीन में मांस था। यह देख युवक आक्रोशित हो गए।युवकों ने मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों को जानकारी दी। धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में बात फैल गई। लोग विरोध पर सड़क पर उतर आए। जाम लगा दिया। लोगों का आरोप था कि जानबूझकर प्रतिबंधित मांस को पॉलीथीन में रखकर झंडा के साथ बांधा गया। मामले को लेकर काफी देर तक तनातनी बनी रही।हालांकि पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए मामले की शांत कराया।