सरायकेला:पति पत्नी में कहा-सुनी के बाद,लोहरदगा की महिला खरसावां में बच्चों के साथ कुआं में कूदी, 3 बच्चों की हो गई मौत,महिला जिंदा बच गई….
सरायकेला।झारखण्ड के सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां में पति के साथ मामूली कहा-सुनी (तू-तू-मैं-मैं) की वजह से एक महिला ने तीन बच्चों के साथ कुआं में छलांग लगा दी। 20 फीट से अधिक गहरे कुआं में कूदने वाली महिला को तो लोगों ने बचा लिया,लेकिन तीनों बच्चों की मौत हो गई।इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।घटना खरसावां के कुम्हारसाही बस्ती की है।
जानकारी के अनुसार, लोहरदगा जिले के कुड़ू के अशोक महतो अपनी पत्नी पूजा देवी व तीन बच्चों के साथ खरसावां के कुम्हारसाही बस्ती में किराये के मकान में रहते हैं। शनिवार (17 फरवरी) को किसी बात पर पति-पत्नी में कहा-सुनी हो गई। दोनों में सुलह भी हो गई, लेकिन रविवार (18 फरवरी) की सुबह अशोक महतो काम से राँची चला गया।इसी दौरान सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच पूजा देवी (30) ने अपनी दो बेटी कोमल कुमारी (9) व अनन्या महतो (5) तथा बेटा आर्यन महतो (2) के साथ कुआं में छलांग लगा दी।कुआं में पानी ज्यादा था।इसलिए तीनों बच्चों की मौत हो गई।
इधर दोपहर करीब साढ़े तीन बजे घटना की जानकारी मिलने पर प्रभारी थाना प्रभारी हरेंद्र पाठक दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू कर पहले पूजा देवी को कुआं से बाहर निकाला गया। इसके बाद तीनों बच्चों के शव बारी-बारी से निकाले गए। तब तक कुआं के पास भारी भीड़ जमा हो गई।
बताया जाता है कि शनिवार को अशोक महतो तथा उसकी पत्नी पूजा देवी के बीच जमकर कहा-सुनी हुई थी।खरसावां थाना में पुलिस की मौजूदगी में पति-पत्नी के बीच सुलह कराई गई थी।शनिवार देर शाम तक सब कुछ सामान्य हो गया था।इसके अगले दिन महिला ने बच्चों के साथ आत्महत्या की कोशिश की, जिसमें उसके तीनों बच्चों की मौत हो गई।हालांकि, वह खुद बच गई।
“तीनों बच्चों के शवों को कुआं से निकाल लिया गया है। शवों का पोस्टमार्टम कराया जायेगा।कुआं से महिला का रेस्क्यू कर लिया गया है।फिलहाल महिला कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। उसका इलाज चल रहा है।पुलिस मामले की जांच कर रही है”।-हरेंद्र पाठक,थाना प्रभारी, खरसावां
स्थानीय लोगों ने बताया कि कुआं से तीन शव निकालने में करीब दो घंटे लग गए।सबसे पहले पहले आर्यन महतो (2) का शव शाम 4:40 बजे निकाला गया।इसके बाद 5:30 बजे अनन्या महतो (5) और 5:54 बजे कोमल कुमारी (9) के शव को कुआं से निकाला गया।पुलिस ने तीनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला भेज दिया।वहीं रविवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे महिला पूजा देवी (30) को कुआं से बाहर निकाला गया।पूजा को तत्काल अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि वह स्तब्ध हो गयी है।न कुछ बोल पा रही है, न ही रो रही है।इस घटना की जानकारी अशोक महतो को नहीं थी। कुआं से तीनों बच्चों का शव निकाले जाने के बाद पुलिस ने फोन पर उसे मामले की जानकारी दी।घटना के बारे में सुनकर वह सन्न रह गया। कहा कि रात तक खरसावां लौटने में लगेगा।
लोगों ने बताया कि लोहरदगा के कुड़ू निवासी अशोक महतो पिछले एक दशक से खरसावां में रह रहा है।इस दौरान वह कई अलग-अलग जगहों पर किराए के मकान में रहा।कुम्हारसाही के इस मकान में चार-पांच माह से रह रहा है।अशोक महतो गांवों घूम-घूमकर गाय-बैल व अन्य पशुओं का उपचार करता है। पहले वह बायफ में काम करता था।
इधर इस घटना से लोगों में गुस्सा भी देखा गया।महिला के इस कार्य से लोग दुखी भी हैं और गुस्से में भी हैं।लोगों का कहना है कि आखिर तीनों मासूम की क्या गलती है।जो इस तरह दर्दनाक मौत दे दी।घटना को लेकर आसपास काफी चर्चाएं हो रही है।