डीएसपी कॉल गर्ल वायरल वीडियो मामले में खुलासा:डीआईजी शिवदीप लांडे ने जांच कमिटी के रिपोर्ट के बाद,डीएसपी को क्लीनचिट,एक ASI और 3 पुलिसकर्मी निलंबित
बिहार के सहरसा डीएसपी कॉल गर्ल वायरल वीडियो प्रकरण का डीआईजी ने किया खुलासा।चर्चित कॉल गर्ल वायरल वीडियो प्रकरण का कोसी प्रक्षेत्र के डीआईजी शिवदीप लांडे ने बुधवार को अपने कार्यालय वेशम में प्रेस वार्ता कर 36 घंटो के भीतर कॉल गर्ल वायरल वीडियो प्रकरण का किया खुलासा।मधेपुरा के पुलिस अधीक्षक का सरकारी मोबाइल फोन चोरी होने के मामले में सवालों के घेरे में आए हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे को क्लीन चिट मिली है। कोशी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे के निर्देश पर सुपौल एसपी के नेतृत्व में की गई जांच में अमरकांत चौबे को क्लीन चिट दे दी गई है। हालंकि डीआईजी शिवदीप लांडे के द्वारा इस प्रकरण में हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबन के लिए मुख्यालय को लिखा गया है।
बताते चले की इस वायरल वीडियो के बाद बिहार पुलिस की छवि तार तार हो रही थी, डीआईजी ने अविलंब चार सदस्यीय टीम गठित कर वायरल वीडियो की जांच व कॉल गर्ल प्रकरण का उद्भेदन का जिम्मा जांच कमिटी को साैंपा।इस जांच कमिटी में सुपौल के एसपी, सहरसा के हेडक्वार्टर डीएसपी,मधेपुरा के इंस्पेक्टर एवं सहरसा महिला थाना के थानाध्यक्ष प्रेमलता भूपाश्री को जांच का जिम्मा दिया गया।बुधवार को जांच कमिटी ने डीआईजी को अपना जांच रिपोर्ट समर्पित किया।उसके बाद फोरन डीआईजी ने प्रेस वार्ता कर इस मामले का उद्भेदन करते हुए जहां मधेपुरा के हेड क्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे को क्लीनचिट देते हुए सदर थाना के एक एएसआई ब्रजेश चौहान और तीन पुलिस कर्मी को इस वीडियो वायरल प्रकरण में दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया।
वहीं डीआईजी ने मीडिया को आगाह करते हुए कहा की वायरल वीडियो प्रकरण में बिहार पुलिस की छवि को कुछ मीडिया ने बढ़ा चढ़ाकर धूमिल करने की कोशिश की हैं जिसकी जांच चल रही है। दोषी पाए जाने पर चाहे सोशल मीडिया हो या फिर कोई पेपर या चैनल उनपर कार्रवाई की जायेगी।