राँची:टैंकर ने कुचला,माँ-बेटी की मौत,सड़क पर तड़पता रहा माँ-बेटी,लोग देखकर चलता बना,दूत बनकर पहुँचे दरोगा,लेकिन दोनों में से किसी को ना बचा पाया

राँची।राजधानी के राँची रेलवे स्टेशन के समीप तेल डिपो के पास एक तेल टैंकर ने सोमवार दोपहर माँ-बेटी को कुलच दिया। इस घटना में माँ बेटी की मौत हो गई।बेटी की मौत घटना स्थल पर हो गई जबकि माँ गंभीर रूप से घायल हो गई।मृतक़ चार वर्षीय बुलबुल चुटिया कष्णापुरी रोड नम्बर आठ में अपनी माँ रानी देवी के साथ रहती थी।

मिली जानकारी के अनुसार चुटिया कष्णापुरी निवासी रानी देवी अपनी चार वर्षीय बेटी बुलबुल को लेकर स्टेशन रोड से अपने घर जा रही थी।जब वह डिपो के पास पहुंची और रास्ता क्रॉस करने लगी।इसी दौरान तेज रफ्तार से आ रही एक टैंकर ने दोनो माँ बेटी को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में बेटी सड़क के एक तरफ गिरी पड़ी थी तो दूसरी तरफ उसकी माँ । इस वारदात को अंजाम देने के बाद चालक अपनी टैंकर छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलने के बाद चुटिया पुलिस मौके पर पहुंची।आनन-फानन में दोनो को गुरुनानक अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने बुलबुल को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायल रानी को रिम्स में भर्ती कराया गया है। इधर पुलिस ने टैंकर को जब्त कर लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

करीब 20 से 25 मिनट तक मासूम और उसकी माँ को सड़क पर तड़पते देख रहे थे लोग

बताया जा रहा है कि चुटिया के तेल डिपो के मुहाने पर टैंकर ने माँ और बेटी को अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना के बाद सड़क पर माँ और उसकी तीन साल की मासूम सड़क पर तड़प रही थी। उस रास्ते से हर कोई गुजर भी रहा था। मगर कोरोना महामारी का भय लोगों में इतना था कि कोई उन दोनो माँ-बेटी के पास जा ही नहीं रहे थे। यहां तक कि उन्हें पानी तक नहीं दिया। जिस कंपनी की गाड़ी ने दोनो को कुचला था,उस कंपनी के कर्मी भी उन्हें तड़पते हुए देख रहे थे। मगर कोई भी व्यक्ति दोनो को बचाने के लिए आगे नहीं आया। बस थाने को घटना की सूचना दे दी। अगर कोई भी व्यक्ति घटना के तुरंत बाद दोनो को अस्पताल ले जाता तो तीन साल की मासूम और उसकी माँ की जान बच जाती।

गोद में लेकर अस्पताल पहुंचे प्रभारी थानेदार

घटना की जानकारी मिलने के बाद चुटिया के प्रभारी थानेदार दीपक कुमार राय दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। आते ही उन्होंने पहले एम्बुलेंस को फोन किया। बच्ची की स्थिति को देखते हुए थानेदार ने एम्बुलेंस के आने का भी इंतेजार नहीं किया। बच्ची को गोद में उठाया और अपनी ही गाड़ी से लेकर गुरुनानक अस्पताल पहुंच गए। मौजूद चिकित्सकों ने उसकी जांच पड़ताल की। मगर उसे बचा नहीं सके। चिकित्सकों ने कहा कि थोड़ा पहले लाते तो बच्ची की जान बच सकती थी।

मृतिका के पति जेल में है

जानकारी मिली है कि कृष्णापुरी रोड नम्बर आठ में रहने वाले राजेश कुमार की पत्नी और बेटी है।जिसकी सड़क दुर्घटना में मौत हुई है।राजेश किसी मामले में जेल में बंद है।इधर पुलिस ने देर शाम दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।