Ranchi:कार्तिक केसरी हत्याकांड मामला:15 महीने बाद मुख्य साजिशकर्ता मृतक़ कार्तिक की पत्नी प्रीति केसरी गिरफ्तार..
राँची।एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर बनी जांच टीम ने फिर एक सफलता हासिल की है।लगभग डेढ़ साल पहले हुई राशन डीलर कार्तिक केसरी की हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता मृतक की पत्नी प्रीति केसरी को लोधमा से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में प्रीति ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।प्रीति केसरी ने पुलिस को बताया कि शादी से पहले से उसका प्रेम प्रसंग लोधमा के ही रहनेवाले अंकित केसरी के साथ चल रहा था। शादी के बाद भी उससे उसका मेल-जोल था। इसकी जानकारी उसके पति कार्तिक केसरी को मिल गयी। उसने इसका विरोध किया और अंकित के साथ मिलना-जुलना भी बंद करा दिया। इसी वजह से प्रेमी के साथ मिलकर उसने अपने पति की हत्या करायी थी। हत्या वाले दिन राँची से पिठोरिया लौटने के क्रम में कार्तिक की पल-पल की जानकारी वह हत्या के आरोपियों को व्हाट्सएप के माध्यम से दे रही थी।पुलिस ने बताया कि प्रीति केसरी ने ही अपने पति की हत्या की प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी। लेकिन वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जांच चल रही थी जांच में खुलासा हुआ कि हत्याकांड में मुख्य सूत्रधार मृतक़ की पत्नी थी।उसे गिरफ्तार करने के लिए कोर्ट से आदेश लेना जरूरी था, इसलिए उसे पकड़ने में पुलिस को देर लगी।
वहीं इस मामले में ग्रामीण एसपी ने बताया कि मामले में पूर्व में ही आरोपी अंकित केसरी और उसके दोस्त अधिवक्ता विशाल पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। उल्लेखनीय है कि 28 सितंबर 2019 की रात पिठौरिया के राशन डीलर कार्तिक केसरी की हत्या उसकी पत्नी प्रीति केसरी ने अपने प्रेमी लोधमा निवासी अंकित केसरी और उसके दोस्त खूंटी के अधिवक्ता कर्रा निवासी विशाल पांडे के सहयोग से करवा दी थी।
आखिकार करीब सवा साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आ गई हत्यारिन पत्नी।प्रेमी के साथ मिलकर पति को ठिकाने लगाने वाली पत्नी प्रीति केसरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं राँची पुलिस ने जांच के बाद कई सबूत जुटाए और फिर प्रीति को सलाखों के पीछे भेज दिया। बता दें अंकित ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 28 सितंबर 2019 को कांके थाने के बाढ़ू पुल के पास बड़ी बेरहमी से कार्तिक केसरी की हत्या कर दी थी।
मृतक़ के माता पिता को हत्यारिन बहु पर पहले से ही शक था
वहीं रोती हुई मां और फफकते हुए कार्तिक के पिता के दिल में हुए कभी न भरने वाले गहरे जख्म पर आज थोड़ा मरहम लगा है। रात को खाट पर सोती हुई अचानक चीख पड़ने वाली माँ ने तो पहले ही कह दिया था कि ‘नाक-नक्श से खूबसूरत बहुरिया हमर बेटा के मरवा देलक’, वहीं बहुरिया अपने ही हाथों अपनी मांग का सिंदूर धोकर सोच रही थी कि उसका किया उसके सामने अब नहीं आयेगा। उसकी बेवफाई का फुफकारता नाग फन फैला कर खड़ा हो गया और उसके वर्तमान का सबसे खूबसूरत चेहरा उसका प्रेमी अब उसकी जिंदगी का कलंक बन गया है। 15 महीने के बाद आखिरकार कार्तिक के मां-पिता को थोड़ा सुकून मिला है। अब उन्हें इंतजार है, प्रीति की सजा का, ताकि उनकी गोद सूनी करने वाली ‘हत्यारिन बहुरिया’ को उसके किये का फल मिले।