#ranchi:गैंगस्टर अनिल शर्मा की माँ का निधन,अनिल शर्मा को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल पर दुमका से कड़ी सुरक्षा के बीच राँची लाया जा रहा है।

राँची।दर्जनों गम्भीर कांडो के दोषी आजीवन कारावास की सजा काट रहे गैंगस्टर अनिल शर्मा की माँ का शनिवार देर शाम में निधन हो गया है।परिजन गैंगस्टर अनिल शर्मा का कर रहे इंतजार।गैंगस्टर अनिल शर्मा पैरोल पर अंतिम संस्कार के लिए दुमका से राँची आ रहे हैं।दुमका जेल में बंद अनिल शर्मा अपनी माँ की अंतिम संस्कार में शामिल होने की लिए दुमका जेल प्रशासन से इजाजत मांगी और जेल प्रशासन से इजाजत मिलने के बाद भारी सुरक्षा के बीच लाया जा रहा है।जेल प्रशासन और दुमका पुलिस उन्हें राँची लाया जा सकता है।सम्भवतः अनिल शर्मा शाम तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राँची लाया जा सकता है।इधर मिली जानकारी अनुसार सोमवार सुबह अंतिम संस्कार स्वर्णरेखा नदी तट केतारी बागान में श्मशान घाट में किया जाएगा।उनका अंतिम संस्कार कल 14.09.2020 दिन सोमवार को प्रातः 11 .00 बजे स्वर्णरेखा घाट पर किया जायेगा।

बता दें इससे पहले रंगदारी-हत्या सहित कई दर्जन गंभीर कांडों के दोषी आजीवन कारावास की सजा काट रहा गैंगस्टर अनिल शर्मा कड़ी सुरक्षा के बीच दुमका केंद्रीय कारा से राँची 15 अप्रैल 2019 को लाया गया था।अनिल शर्मा को दो दिनों के पैरोल पर राँची लाया था।जब उनके पिता की मृत्यु हुई थी।चुनाव आयोग की अनुमति भी ली गई थी। वह अपने पिता नंदेश शर्मा के अंतिम संस्कार में शामिल होने आया और पिता को मुखाग्नि दी थी। हालांकि उसके बाद उन्हें श्राद्ध कर्म में शामिल होने की अनुमति नहीं मिली थी।

उस समय राँची लाए जाने के दौरान गैंगस्टर अनिल शर्मा की सुरक्षा में एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, चार जमादार व करीब 20 जवान तैनात थे। बता दें पूर्व में जेल से ही निकलने के क्रम में पांडेय गिरोह के सरगना भोला पांडेय की हत्या के बाद से ही पुलिस सतर्क थी, इसलिए गैंगस्टर अनिल शर्मा की सुरक्षा कड़ी की गई थी। चुटिया के केतारी बगान स्थित स्वर्णरेखा नदी घाट पर नंदेश शर्मा के शव का अंतिम संस्कार हुआ था

गौरतलब है कि 13 अप्रैल को अनिल शर्मा के पिता नंदेश शर्मा की मौत हो गई थी।इसके बाद चुनाव आयोग के आदेश पर दो दिनों के पैरोल पर अनिल शर्मा को राँची लाया गया था।अनिल शर्मा को 24 जुलाई 2017 को वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश के बाद सुरक्षा कारणों से दुमका के केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया था। तब अनिल शर्मा हजारीबाग के जयप्रकाश केंद्रीय कारा में बंद था। वह पिछले 20 वर्षों से ज्यादा जेल में बंद है और आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।राज्य में शर्मा के खिलाफ अलग अलग थानों में 23 मामले हैं दर्ज।अनिल शर्मा के खिलाफ राज्य के अलग-अलग थानों में कुल 23 मामले दर्ज हैं। पिछले 20 सालों से अनिल शर्मा जेल में बंद हैं।