झारखण्ड की 10 बेटियों को दिल्ली से रेस्क्यू कर लाया गया।
राँची, रोहित सिंह। झारखण्ड से प्लेसमेंट के नाम पर प्लेसमेंट एजेंसियां नाबालिग बच्चियों को दिल्ली में ले जाकर मोटी मोटी रकम लेकर वीआईपी घरों में बेच देती है। फिर वीआईपी घरों में लड़कियों के साथ शोषण शुरू हो जाती है। ऐसी गन्दे कारनामों में कई प्लेसमेंट एजेंसी शामिल हैं। ऐसे ही कई शिकायतें खूँटी जिला में मिली थी कि कई सालों से लड़कियों को ले गए प्लेसमेंट एजेंसियों ने बच्चियों को गायब कर दिया है। उसी आलोक में डीसीपीयू, खूँटी पुलिस और सीडब्ल्यूसी की टीम ने झारखण्ड खूँटी जिला के 10 लड़कियों को दिल्ली से अलग अलग जगहों से रेस्क्यू किया। सभी लड़कियाँ की उम्र 14 से 20 साल की है।E
दिल्ली में रेस्क्यू करने में दिल्ली पुलिस, सीडब्ल्यूसी दिल्ली की टीम का योगदान रहा। इधर डीसीपीयू, खूँटी पुलिस और सीडब्लूसी खूँटी के प्रयास से सभी लड़कियों को राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से सुबह 10.30 बजे राँची लेकर आई। सभी लड़कियों को खूँटी पुलिस के सहयोग से खूँटी ले जाया गया है। टीम में गए एक सदस्य के अनुसार कई दिनों से टीम इस कार्य मे लगी हुई थी जिसमे सफलता मिली है। लेकिन करीब एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों को नहीं बरामद कर सकें जो सूचना पर टीम गई थी लगभग 25 से 30 बच्चियों को रेस्क्यू करना था उसी बीच खबर लीक होने से प्लेसमेंट एजेंसियां लड़कियों को छुपा दिया जिससे बांकी लड़कियों को बरामद नहीं कर सके।
उपायुक्त ने टीम गठित कर कार्यवाही करने का आदेश दिए थे
खूँटी उपायुक्त ने खूंटी जिला से मानव तस्करों के द्वारा गायब की गई लड़कियों को ढूढने के लिए एक टीम तैयार कर आदेश पारित किया गया था। उसी आदेश के आलोक में टीम बनाकर दिल्ली भेजा गया था।
टीम में ये सभी शामिल थे।
मो.शमिमुद्दीन अंसारी,संरक्षण पदाधिकारी ।
रंजीत कुमार यादव-पु.अ. नि.खूँटी थाना
दुलार मनी टुड्डू -पु.अ. नि.महिला(परि.)खूंटी थाना
उषा कुमारी महतो आरक्षी तोरपा थाना
रमजानुल हक स.अ. नि. AHTU थाना खूँटी
इस रेस्क्यू में बाल कल्याण समिति खूँटी के सदस्य बैद्यनाथ कुमार का सहरानीय कार्य रहा।इन्होंने रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बैजनाथ कुमार ने बताये की टीम के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने बच्चियों को ढूढने में अथक प्रयास कर रहे है। आगे भी जारी रहेगा।विशेष धन्यवाद खूँटी उपायुक्त और खूँटी पुलिस को देते हैं जिन्होंने मानव तस्करी करने वालों पर शख्ती से लगाम लगाने की कोशिश में लगें।