चाचा हत्याकांड का मुख्य आरोपी भतीजे की संदेहास्पद स्थिति में मौत, परिजनों ने पुलिस को ठहराया जिम्मेदार….
पलामू।झारखण्ड के पलामू जिले के चैनपुर थाना के कल्याणपुर गांव निवासी मनोज चौधरी हत्याकांड का मुख्य आरोपी अजय चौधरी की संदेहास्पद स्थिति में मौत की खबर मिल रही है।मौत पर परिजनों ने पुलिस को ही इसके लिए जिम्मेदारा बताया है। उनका कहना है कि पुलिस कस्टडी के दौरान अजय चौधरी के साथ जमकर मारपीट की गयी। जिसके बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई।हालत बिगड़ी तो उसे एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस जानबुझ कर रिम्स ले गयी, ताकि किसी प्रकार का हंगामा न हो।
पलामू सेंटर जेल के जेलर प्रमोद कुमार ने बताया कि अजय कुमार चौधरी की तबीयत खराब हो गई थी और उसे सांस लेने में दिक्कत थी। उसे इलाज के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया था।जेलर ने बताया कि अजय चौधरी को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया था। रिम्स में इलाज के क्रम में अजय चौधरी की मौत हुई है पूरे मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल मनोज की उसके सगे भतीजे ने अजय चौधरी ने 26 मार्च को गोली मारकर हत्या कर दी थी।इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो दिनों के अंदर हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।पुलिस को घटनास्थल से दो खाली कारतूस व एक 8 इंच की लंबी कैंची मिली थी।पुलिस ने उसे मेदिनीनगर बस स्टैंड से गिरफ्तार किया था तब लेकर वह आज तक पुलिस की कस्टडी में था।पुलिस के अनुसार 26 मार्च की रात 9.30 बजे रात में कल्याणपुर प्रज्ञा केन्द्र के पास गोली मारकर मनोज चौधरी की हत्या कर दी गयी थी। अजय चौधरी और उसके साथियों ने इस घटना को अंजाम दिया था। अजय ने कैची से गला में घांेपा था। अनुसंधान के दौरान जानकारी मिली थी कि कांड का मुख्य आरोपी अजय चौधरी पलामू से फरार होनेे के लिए बस स्टैंड डालटनगंज पहुंचा था। उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में हत्याकांड में संलिप्तता स्वीकार की। कहा कि मनोज चौधरी उसके परिवार के साथ हमेशा गाली गलौज और डराते धमकाते रहता था। इसी गुस्से में उसकी हत्या की गयी।