कांके गोलीकांड:मुख्य आरोपी सह साजिशकर्ता ने सोचा भी नहीं होगा राँची पुलिस का इस तरह डंडा चलेगा,पत्नी,बेटा, भतीजा सहित 12 गिरफ्तार…शूटर पुलिस की पकड़ से दूर….

राँची।राजधानी राँची में 14 सितंबर को जमीन कारोबारी अवधेश यादव पर हुई दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलीबारी मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। गोलीबारी मामले में पुलिस ने एक महिला सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार सभी 12 आरोपी अवधेश की हत्या की साजिश रचने में शामिल थे।हलांकि कोई भी शूटर नहीं पकड़ाया है।बता दें अवधेश यादव को छह गोलियां लगने के बावजूद अवधेश यादव बच गए।फिलहाल अवधेश अस्पताल में इलाजरत हैं।

बुधवार को प्रेसवार्ता में एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया की अवधेश यादव और चितरंजन के बीच करीब ढाई एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। चितरंजन और अवधेश पूर्व में पार्टनर थे, दोनों एक साथ जमीन का काम किया करते थे।लेकिन कांके के जगतपुरम स्थित जमीन को लेकर दोनों में विवाद हो गया। जिसके बाद चितरंजन ने अवधेश को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रच डाली। पुलिस का कहना है अवधेश की हत्या की प्लानिंग में उसकी पत्नी और बेटा,भतीजा भी शामिल थे।यही वजह है कि इस मामले में चितरंजन की पत्नी सहित कई रिश्तेदार को भी गिरफ्तार किया गया है।

साजिश के तहत 14 सितंबर को अवधेश यादव पर फायरिंग करवाई गई।जिसमें अवधेश पूरी तरह से जख्मी हुए।अवधेश ने अपने बयान में चितरंजन का नाम लिया।इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गोलीबारी की साजिश करने में शामिल 12 लोगों को गिरफ्तार किया। मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें पंकज कुमार गुप्ता, नवाज अख्तर, मिनहाज अली, सरफराज आलम, ताहिर अंसारी, हर्ष कुमार, जगदेव प्रसाद वर्मा, अमन कुमार, सोनू कुमार सिंह, अंकित कुमार, बसंत अब्राहम और अभिलाषा देवी शामिल हैं. कार्रवाई में पुलिस ने चितरंजन के तीन महंगे वाहनों को भी जब्त किया है।

पुलिस ने छापेमारी के दौरान अपराधियों के पास से चार हथियार के साथ 16 मोबाइल भी जब्त किया है।इस मामले में अभी भी पांच आरोपी फरार चल रहे हैं। जिनमें गोली मारने वाले दोनों शूटर भी शामिल है।

पटना जेल में बंद है मुख्य आरोपी

कांके ब्लॉक ऑफिस के पास हुई गोलीबारी मामले में मुख्य आरोपी भू माफिया चितरंजन पटना के बेउर जेल में पिछले 20 दिनों से बंद है। पुलिस को पता चला है कि आरोपी चितरंजन ने पूरी प्लानिंग के साथ ही गोलीबारी की घटना को अंजाम दिलवाया था। इसके लिए आरोपी ने पहले खुद को पुलिस से पकड़वाया। फिर जेल से जमीन कारोबारी अवधेश यादव को मारने की पूरी साजिश रची। आरोपी चितरंजन को पटना गांधी मैदान थाने की पुलिस ने 31 अगस्त को ही कारगिल चौक के पास से शराब की बोतल के साथ गिरफ्तार कर लिया था।जेल जाने के बाद आरोपी ने अवधेश यादव को मरवाने की पूरी प्लानिंग की, चितरंजन ने जेल से ही हत्या की साजिश रची इसके लिए उसने अपने करीबी नामकुम निवासी पंकज का इस्तेमाल किया।पंकज के मोबाइल के जरिए शूटरों से बातचीत की इसी बीच में आरोपी ने अवधेश को यह मैसेज भिजवाया कि वह विवाद खत्म करना चाहता है।मीटिंग करने के लिए आरोपी ने ही अवधेश को 14 सितंबर को ब्लॉक ऑफिस के पास बुलाया था, जिसके बाद घटना शूटरों के माध्यम से गोलीबारी घटना को अंजाम दिलवाया गया।

इसलिए पत्नी और बेटे सहित अन्य रिश्तेदार को पकड़ा

मिली जानकारी के अनुसार,मुख्य आरोपी चितरंजन की पत्नी और बेटे को पुलिस ने इसलिए गिरफ्तार किया कि उन्हें घटना होने की जानकारी थी।पत्नी चितरंजन से लागातार फोन में बातचीत कर रही थी।बेटे को घटना से एक सप्ताह पहले दिल्ली भेज दिया था।वहीं पटना में उसके भतीजे चितरंजन के सम्पर्क में था।पुलिस का कहना है ये सभी को मालूम था कि अवधेश यादव की हत्या होने वाली है।बता दें पुलिस ने जितने भी लोगों को गिरफ्तार किया है।सभी पर साजिश में शामिल होने का आरोप है।वहीं सूत्रों की माने तो शूटरों को पनाह चितरंजन की पत्नी ने ही दी थी।वहीं किसी ने शूटरों को भगाने,किसी ने हथियार उपलब्ध कराने,किसी ने फोन कराने का काम किया था।फिलहाल राँची पुलिस की जांच जारी है।मुख्य साजिशकर्ता चितरंजन को राँची पुलिस ने रिमांड पर ले आया है ।उससे पूछताछ के बाद ही और खुलासा हो सकता है।