Jharkhand:पुलिस मुख्यालय वर्षों से चल रहे सीयूजी सिम की करेगा समीक्षा,राज्यभर के थानों व अधिकारियों के पास है करीब 1000 सिम

अधिकांश टेलीकॉम कंपनियों का डेटा व कॉल है सस्ता, फिर भी पुलिस मुख्यालय में वर्षों से चल रहा 525 रुपए मासिक का प्लान

राँची।झारखण्ड पुलिस मुख्यालय वर्षों से चल रहे क्लोज्ड यूजर ग्रुप (सीयूजी) सिमकार्ड की समीक्षा करेगा। झारखण्ड पुलिस के पास करीब 1000 क्लोज्ड यूजर ग्रुप सिमकार्ड है। जिसका मासिक प्लान 525 रुपए का है। वर्तमान में सभी टेलीकॉम कंपनियों ने कॉलिंग व डेटा दरे घटा दी है। इसके बाद भी पुलिस मुख्यालय वर्षों से पुराने पोस्टपेड प्लान पर ही चल रही है। इसकी वजह से हर महीने लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान पुलिस मुख्यालय को हो रहा है। इस संबंध में जब पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को जानकारी मिली तो अब कहा जा रहा है कि इसकी समीक्षा की जाएगी। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद सस्ते कॉल वे डेटा प्लान पर बीएसएनएल के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। ताकि प्लान बदला जा सके।

84 दिन के लिए अधिकांश के प्लान 600 रुपए के अंदर, लेकिन पुलिस का प्लान 525 का

अधिकांश टेलीकॉम कंपनियों ने 84 दिनों के लिए 600 रुपए के अंदर का प्लान दे रखा है। जिसके तहत 1.5 जीबी प्रति दिन डेटा और अनलिमिटेड कॉल है। इसके बाद भी पुलिस मुख्यालय ने जो बीएसएनएल का 525 रुपया मासिक का प्लान ले रखा है उसके तहत उसे हर महीने 300 रुपए प्रति सिमकार्ड अधिक खर्च करने पड़ रहे है। इस हिसाब से देखा जाए तो पुलिस मुख्यालय 1000 सिम कार्ड पर हर महीने करीब 3 लाख और सालाना करीब 30 लाख रुपए अधिक सिर्फ सीयूजी सिमकार्ड पर खर्च कर रहा है। जो लंबे समय से खर्च हो रहा है। राज्य के 650 थानों में इन सिमकार्ड का इस्तेमाल तो होता है लेकिन अधिकांश थानेदार सिर्फ कॉल करने या रिसीव करने के लिए ही इसका इस्तेमाल करते है। कोई भी थानेदार इस सिमकार्ड से डेटा इस्तेमाल नहीं करता, क्योंकि इसकी स्पीड धीमी है।