#jharkhand:जेवलरी शॉप से दिन दहाड़े फर्जीवाड़ा:राँची के एक बड़े ज्वेलरी शॉप से फर्जी ई-गिफ्ट वाउचर देकर 5.25 लाख रुपए के सोने के सिक्के खरीद ठग हुआ फरार

लोअर बाजार थाना में दर्ज हुई प्राथमिकी,12 सितंबर को हुई थी सोने के सिक्के की खरीदारी, 86 ग्राम 24 कैरेट सोना लिया था ज्वेलरी शॉप से ठग ने, 22 सितंबर को मामला आया शो रूम के पकड़ में

राँची।राजधानी राँची के एक बड़े ज्वेलरी शॉप से 5.25 लाख रुपए के सोने के 24 कैरेट सिक्के फर्जी ई गिफ्ट वाउचर से खरीदने का एक अनोखा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस संबंध में जीईएल चर्च कॉम्पलेक्स स्थित ज्वेलरी शॉप तनिष्क के शाखा प्रबंधक स्वरूप कुंडू ने लोअर बाजार थाना में 28 सितंबर को एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। घटना 12 सितंबर की है, लेकिन ज्वेलरी शो रूम के पकड़ में 22 सितंबर को तब आया जब उन्हें एक ई-मेल, गिफ्ट वाउचर के फर्जी होने की मिला। इसके बाद शो रूम अधिकारियों व कर्मचारियों के भी होश उड़ गए। शो रूम के कर्मचारियों ने अपने वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। फिर लोअर बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। अब प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस के भी सामने एक नए तरह के फर्जीवाड़े का मामला सामने आ गया है। बड़े शो रूम में हुए फर्जीवाड़े की वजह से पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इस फर्जीवाड़े करने वाले आरोपी के बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है।

आम ग्राहक बन किया फर्जीवाड़ा, आराम से ले उड़ा सोने के सिक्के

दर्ज प्राथमिकी के अनुसार ज्वेलरी शॉप में 12 सितंबर को एक व्यक्ति सोने के सिक्के खरीदने के लिए पहुंचा था। शो रूम में कार्यरत एक कर्मचारी ने उक्त व्यक्ति को सोने के सिक्के दिखाए। उक्त व्यक्ति ने सोने के सिक्के देखने व अन्य प्रक्रिया करने के दौरान अपना नाम प्रमोद कुमार बताया। उसने कुल 86 ग्राम सोने के सिक्के 24 कैरेट के पसंद किए। सिक्के की कीमत करीब 5.25 लाख रुपए हुई। जब पेमेंट करने की बारी आई तो उस व्यक्ति ने कहा कि वह ई-गफ्ट वाउचर से पेमेंट करना चाहता था। शो रूम के कर्मचारी ने उक्त व्यक्ति को शो रूम के ई मेल पर ई गिफ्ट वाउचर को मेल करने के लिए कहा। कुछ ही देर बाद उक्त व्यक्ति ने शो रूम के ई मेल पर गिफ्ट वाउचर मेल भी कर दिए। जिसका कुल मूल्य करीब 5.25 लाख रुपए थी। बड़ी खरीदारी थी इसलिए शो रूम से कर्मचारियों ने उक्त व्यक्ति का पैन कार्ड की एक फोटो कॉफी भी ली। पैन कार्ड में उसने अपना हस्ताक्षर भी किया। फिर सिक्के लेकर आराम से निकल गया।

साइबर क्राइम भोपाल से आया ई मेल तब हुआ फर्जीवाड़ा का खुलासा

ज्वेलरी शो रूम ने 5.25 लाख रुपए मूल्य के सिक्के बेचने के बाद ई गिफ्ट वाउचर के बारे में पता भी नहीं लगाया था कि वह कैश हुए या नहीं। इसके बाद 22 सितंबर को ज्वेलरी शो रूम को एक मेल आया। मेल भोपाल से साइबर क्राइम के इंस्पेक्टर लोकपाल सिंह भदौरिया द्वारा भेजा गया था। जिसमें एक नोटिस भी संलग्न था। नोटिस पढ़ने के बाद शो रूम के अधिकारियों को जानकारी मिली की 12 सितंबर को प्रमोद कुमार द्वारा जो उन्हें ई गिफ्ट वाउचर दिए गए वह फर्जी था।

ऐसे होता है ई गिफ्ट वाउचर का उपयोग

ई-गिफ्ट वाउचर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से लेते है। ये किसी को तोहफा देने के लिए ज्यादातर इस्तेमाल होता है। इसे किसी को देने के लिए पहले थीम और ओकेज़न डालते है। फिर ई-गिफ्ट वाउचर कितने का लेना है, वो अमाउंट डालते है। इसके बाद जो गिफ्ट कर रहा है और जिन्हें गिफ्ट करना है, वो डिटेल्स डालते है फिर फाइनल पेमेंट भरते है। सेंडर, यानी भेजने वाले को एक ई-मेल मिलता है, जो रसीद की तरह होता है। दूसरी तरफ, ई-गिफ्ट वाउचर ई-मेल के ज़रिए इसके हकदार को मिल जाता है। जिसके बाद व्यक्ति ई वाउचर का इस्तेमाल अपने मनपसंद चीज की खरीदारी के लिए इस्तेमाल कर सकता है।