Jharkhand:दरोगा पर धर्म के नाम पर टिप्पणी,मारपीट करने और रंगदारी मांगने का आरोप,सीएम व डीजीपी से शिकायत
लोहरदगा।झारखण्ड के लोहरदगा जिले के एक दरोगा पर धर्म के नाम पर टिप्पणी, मारपीट करने और रंगदारी मांगने का आरोप लगा है। इसको लेकर सीएम व डीजीपी से शिकायत की गई है। यह आरोप राँची जिले के कमड़े में रहने वाला अमारत हुसैन नाम के व्यक्ति ने लगाया है।अमारत हुसैन ने यह आरोप जोबांग थाना के दरोगा विकास विश्वकर्मा के ऊपर लगाया है।
दरोगा के ऊपर लगा है मारपीट करने और प्रताड़ित करने का आरोप
अमारत हुसैन के द्वारा दिए आवेदन में कहा गया है,कि मूल रूप से वह गिरिडीह का रहने वाला है,लेकिन वर्तमान में मार्केटिंग का काम कुडू क्षेत्र में रहकर करता है। इसी दौरान दो-तीन दिन पहले उनके मोबाइल नंबर पर लगातार फोन आ रहा था, और कहा जा रहा था कि जोबांग थाना से बोल रहा हूं, तुरंत आकर मिलो नहीं तो भोगना पड़ेगा. जिसके बाद काफी दबाव के बाद अमारत हुसैन बीते 9 दिसंबर को अपने दोस्त आशुतोष रंजन के साथ जवान थाना पहुंचा. जहां पर दरोगा विकास विश्वकर्मा के पूछताछ करने के बाद गाली गलौज करने लगा और 5-6 घंटा थाना में रहकर प्रताड़ित किया गया।आशुतोष रंजन से पूछा गया कि आधार कार्ड क्यों नहीं है इस बात पर उसे भी पीटा गया।
छोड़ने के नाम पर 20 हजार रुपया देने का बनाया गया दबाव:
अमारत हुसैन द्वारा कहा गया कि दरोगा के द्वारा बाद में छोड़ने के नाम पर मुझसे 20 हजार देने का दबाव बनाया गया. जब उसने कहा कि मेरे पास रुपया नहीं है, तो कहा कि फोन पे पर पैसा मंगवाओ जो नंबर कहूंगा उस पर भेजो।जिसके बाद उन्होंने अपने एक ग्राहक से कह कर फोन पे पैसा मंगवाया। दरोगा विकास विश्वकर्मा ने उनसे छह हजार रूपया नगद ले लिए और कहा कि बाकी के 14 हजार राजा कुमार केसरी के फोन नंबर पर भेज दो। जिसके बाद दरोगा ने अमारत हुसैन का ड्राइविंग लाइसेंस समेत कई अन्य कागजात ले लिया, और जबरदस्ती कागज पर लिखवा या कि अगर पिंटू कुमार साव का सामान बेचते हुए पकड़ा गया तो, कानूनी कार्रवाई की जाएगी. और उसके एरिया में मुझे काम नहीं करना है. जाते समय कहा कि कहीं यह बात बाहर से पता चला तो बुरा अंजाम होगा।ऐसा केस में फंसा दूंगा कि बाहर नहीं निकलोगे।