Jharkhand:चतरा पुलिस ने कोयलांचल क्षेत्र में आपराधिक एवं उग्रवादी संगठनों के नाम पर आतंक मचाने वाला गिरोह के चार अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया ..
चतरा।झारखण्ड के चतरा पुलिस ने कोयलांचल क्षेत्र में आपराधिक एवं उग्रवादी संगठनों के नाम पर आतंक मचाने वाला गिरोह का न सिर्फ खुलासा किया,बल्कि चार अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार भी कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों ने ही पिछले महीने 18 दिसंबर को लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र के तेतरियाखाड़ कोलियरी में पांच वाहनों को फूंक दिया था और चार व्यक्ति को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। पुलिस के समक्ष उन्होंने इसे स्वीकार भी किया है। गिरफ्तार सभी चारों अपराधी टंडवा थाना क्षेत्र के बाली गांव के रहने वाले हैं।जिसमें लखन गंझू का पुत्र संतोष गंझू, जेठू गंझू का पुत्र सकेंद्र गंंझू, जगसहाय गंझू का पुत्र बिहारी गंझू तथा सुकर गंझू का पुत्र प्रमोद गंझू का नाम शामिल है। पुलिस ने उनके पास से 7.65 बोर का दो देशी पिस्टल, .315 बोर का एक देशी कट्टा, 7.65 बोर का 28 कारतूस, .315 बोर का पांच कारतूस, दो मैगजीन, विभिन्न कंपनियों का 7 मोबाइल, एक मोटरसाइकिल व लेवी का 11,150 रुपये बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक ऋषव कुमार झा ने इसकी विस्तृत जानकारी प्रेस वार्ता में दी।उन्होंने बताया कि पिछले तीन-चार महीनों से इंटरनेट मीडिया एवं पोस्टर के जरिए सुजीत सिन्हा एवं अमन साव के नाम पर पिपरवार, टंडवा एवं लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र में कोयला खनन एवं ट्रांसपोर्ट से जुड़े व्यवसायियों से रंगदारी मांगी जा रही थी।पिपरवार थाना के पूरनाडीह, बालूमाथ थाना क्षेत्र के तेतरियाखाड़ एवं बुकरू साइडिंग में गोली बारी की घटनाओं से भय का वातावरण बना हुआ था। इसी बीच एसपी को गुप्त सूचना मिली कि अपराधियों का एक गिरोह टंडवा थाना क्षेत्र के बाली गांव में सक्रिय है। स्थिति को देखते हुए एसपी ने टंडवा एसडीपीओ विकास कुमार पांडेय के नेतृत्व मे एक छापेमारी दल का गठन किया गया। गठित दल बाली गांव में छापेमारी की। जिसमें चारों अपराधी हथियार के साथ दबोचे गए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनके विरूद्ध टंडवा थाना में आर्म्स एक्ट एवं 17(1)(2) सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि बरामद मोटरसाइकिल राँची जिले के मैकलुस्कीगंज से लुटी गइ थी। एसपी ने बताया क उनके खिलाफ पिपरवार, टंडवा, बालूमाथ एवं मैकलुस्कीगंज थानों में कुल पांच मामले दर्ज हैं।