झारखण्ड विधानसभा:नमाज के लिए अलग कमरा मामला,अब विधानसभा समिति के सुझाव के आधार पर निर्णय होगा
राँची।झारखण्ड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरे के आवंटन पर चल रहे राजनीति घमासान के बीच मामला अब विधानसभा समिति के पाले में जाएगा। समिति के सुझाव के आधार पर अंतिम निर्णय किया जाएगा। आज गुरुवार को जेएमएम विधायक सरफराज अहमद के सुझाव पर स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि जब सदन की इस पर सहमति है तो मुझे भी कोई आपत्ति नहीं है।उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इस मामले में एक समिति की घोषणा कर दी जाएगी। इसमें पक्ष-विपक्ष दोनों तरफ के विधायक शामिल होंगे। इन्हें एक तय समय में अपना सुझाव देने के लिए कहा जाएगा, ताकि इसका तुरंत समाधान हो सके।
इसी निर्णय पर विधायक भानू प्रताप शाही ने कहा कि यह पहले दिन भी हो सकता था, लेकिन भाजपा के दबाव में सदन को अपने फैसले पर विचार करना पड़ा।इधर कभी जेवीएम में एक साथ राजनीति करने वाले बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव के बीच इस मसले पर तर्क-वितर्क भी देखने को मिला। दरअसल,जेएमएम विधायक सरफराज अहमद ने अपने वक्तव्य में कहा कि बाबूलाल मरांडी के मुख्यमंत्री काल में भी नमाज के लिए अलग कमरे का प्रावधान था। बाबूलाल मरांडी ने इसका खंडन किया। उन्होंने कहा कि मेरे शासन के दौरान ऐसा कोई सर्कुलर नहीं आया था। इस पर प्रदीप यादव ने कहा कि इनके शासनकाल में स्पीकर रहे इंदर सिंह नामधारी ने स्वीकार किया है कि कमरा था। अब यही मुकर रहे हैं।
बता दें सत्र शुरू होने से पहले स्पीकर की तरफ से नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित होने के बाद भाजपा लगातार प्रदर्शन कर रही है। भाजपा स्पीकर से इस आदेश को वापस लेने की मांग कर रही है। इसे लेकर बुधवार को विधानसभा घेराव का कार्यक्रम भी किया गया, जिसमें भाजपा के नेताओं पर लाठीचार्ज भी हुआ।जिससे सैकड़ों कार्यकर्ता घायल हुए हैं।