राँची के दलादली ओपी प्रभारी कर रहे थे भू-माफिया की मदद,सीआईडी ने की कार्रवाई की अनुशंसा..

 

राँची में थाना प्रभारी ही भू माफियाओं को सहयोग कर रहे है और अवैध बालू के उत्खनन व परिवहन में संलिप्त है। ऐसा दो मामला सामने आया है। दलादली ओपी प्रभारी मनीष कुमार गुप्ता पर भू-माफियाओं को सहयोग करने का मामला सामने आया है। वहीं सिल्ली थाना प्रभारी अवैध बालू के कारोबार में संलिप्त मिले है। अवैध बालू के कारोबार में संलिप्त सिल्ली थाना प्रभारी आकाशदीप को एसएसपी चंदन सिन्हा ने शुक्रवार को निलंबित कर दिया है। वहीं दलादली ओपी प्रभारी मनीष कुमार गुप्ता जिनके विरुद्ध अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) ने भू माफियाओं को सहयोग करने का मामला सही पाया है।उनके विरुद्ध सीआईडी के डीजी ने अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई है।

बाउंड्रीवाल कराने में भू-माफियाओं को सहयोग का था आरोप, जांच में मिला सही

सीआईडी डीजी को डीजी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिलीप गोप ने एक आवेदन देकर शिकायत की थी कि जाजपुर में 30 डिसमिल जमीन पर वे काम करवाने के लिए 7 सितंबर को गए। वहां पता चला कि उक्त जमीन पर बल पूर्वक दखल कब्जा किया जा रहा है। जबरदस्ती जमीन पर बाउंड्रीवाल करवाया जा रहा था। इसकी सूचना दिलीप गोप ने दलादली ओपी को दी। इसके बावजूद दलादली ओपी के संरक्षण में बाउंड्रीवाल करवा दिया गया। मामले में शिकायत मिलने के बाद इस मामले की जांच सीआईडी के डीएसपी ने की। जांच के बाद रिपोर्ट डीजी सीआईडी को दी गई। डीजी को दिए गए जांच रिपोर्ट में डीएसपी रंजीत लकड़ा ने बताया है कि जांच में यह बात सामने आई है कि दिलीप गोप के पास जमीन के सभी कागजात मौजूद है। इसके बाद भी उन्हें उनके जमीन से मारपीट करने के बाद खदेड़ कर भगा दिया गया।ओपी प्रभारी मनीष कुमार गुप्ता द्वारा इस मामले में किए गए कार्रवाई से ऐसा प्रतीत होता है कि उनके द्वारा विपक्षी पार्टियों को सहयोग किया गया और जबरन बाउंड्री करवाई गई। ऐसी स्थिति में उनके उपर अनुशासनिक कार्रवाई किया जाना उचित प्रतीत होता है। डीएसपी ने जांच रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि भू माफियाओं के विरुद्ध भी विधि सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए।

एसएसपी ने दिया था अवैध बालू पर रोक लगाने का निर्देश, फिर भी काम जारी

इधर एसएसपी चंदन सिन्हा ने सिल्ली थाना प्रभारी को कई बार निर्देश दिया था कि अवैध बालू का उत्खनन व परिवहन पर रोक लगाए। इसके बाद भी सिल्ली थाना प्रभारी आकाश दीप द्वारा इसे रोकने का प्रयास नहीं किया गया। एसएसपी के निर्देश पर सिल्ली थाना क्षेत्र से अवैध रूप से बालू ले जाते तीन हाइवा को पकड़ा गय था। इसके बाद जिला खनन पदाधिकारी द्वारा एसएसपी को लिख कर दिया गया था कि इसपर रोक लगाने के लिए कार्रवाई की जाए। लेकिन रोक लगाने के बजाय चोरी छिपे अवैध बालू का उत्खनन और परिवहन का काम जारी रहा। 15 अक्टूबर को एसएसपी को सूचना मिली की नदी से अवैध रूप से बालू का उत्खनन हो रहा है। एसएसपी ने जांच के लिए एक टीम भेजा तो पाया कि हाइवा से बालू का अवैध रूप से उठाव हो रहा है। यह काम सिल्ली में संगठित गिरोह चला रहा था जिसमें सिल्ली थाना का सहयोग मिल रहा था।