जेलर की सख्ती से कुख्यात अमन साव का बाहरी दुनिया से सम्पर्क टूटते ही,माँ को बेटे की हत्या का डर सताने लगा….
पलामू।मेदिनीनगर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को डर सताने लगा।बाहर की दुनिया जैसे ही सम्पर्क टूटा।कुख्यात अपराधी जेल में बिलबिलाने लगा है।मेदिनीनगर सेंट्रल जेल के अंदर बिलबिला रहा है। बाहरी दुनिया से उसका संपर्क पूरी तरह काट दिया गया है। साथ ही जेल के अंदर पूरे अनुशासन के साथ उसे रहने के लिए मजबूर कर दिया गया है। इसके बाद बचाव के लिए अपनी माँ को सामने किया है।माँ का कहना है कि जेल के अंदर उसके बेटे की हत्या हो सकती है। उसने पलामू जिला प्रशासन से बेटे की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
अमन साहू 17 सितंबर, 2022 से मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में कैद है। पहले वह सिमडेगा जेल में था। इससे पहले 23 जुलाई को अमन साहू को गिरीडीह जेल से सिमडेगा जेल शिफ्ट किया गया था। 20 जुलाई को गिरिडीह जेल के जेलर प्रमोद कुमार पर अपराधियों द्वारा की गयी फायरिंग में अमन साहू का हाथ सामने आया था। जिसके बाद उसे गिरिडीह से सिमडेगा जेल शिफ्ट किया गया था।उसके बाद सिमडेगा जेल से ही अमन अपने गिरोह को संचालन करने से बाज नहीं आ रहा था। इसके बाद उसे मेदिनीनगर केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया है। यहां पर उसे सेल के अंदर सख्ती से रखा गया है। केंद्रीय कारा मेदिनीनगर की जेलर धर्मशिला देवी की सख्ती के सामने अमन साहू मजबूर हो गया है। जेल के अंदर से गुंडा टैक्स का धंधा चलाना मुश्किल हो रहा है। वह अपने गैंग के सदस्यों के साथ संपर्क और संवाद नहीं कर पा रहा है।
इधर अमन की माँ किरण देवी ने पलामू के उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे को आवेदन देकर अपने बेटे को सुरक्षा और सुविधा मुहैया कराने की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि उसके बेटे के साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है। परिवार के लोगों को उससे मिलने नहीं दिया जाता। ऐसे में न्यायालय के कार्यों में समस्या आती है। जेल मैनुअल के अनुसार अमन साहू को सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। उसकी तबीयत खराब है। ढंग से भोजन भी नसीब नहीं हो पाता। जेल प्रशासन उसका इलाज भी समय से नहीं कराता।