Ranchi:मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के नाम पर 40 लाख की ठगी,डोरंडा थाना में प्राथमिकी दर्ज

–एडमिशन का मौसम शुरू, ठग सक्रिय, डोरंडा शुक्ला कॉलोनी में रहने वाला मनोज प्रसाद से हुई ठगी

राँची।एमबीबीएस में एडमिशन के नाम पर 40 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में शुक्ला कॉलोनी कृष्णा अपार्टमेंट निवासी मनोज प्रसाद ने डोरंडा थाना में राहुल राज नाम के व्यक्ति के विरुद्ध 29 मई को ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार आरोपी राहुल राज कर्नाटक के बंगलुरू का रहने वाला है। सितंबर 2019 में मनोज प्रसाद अपनी बेटी का एमबीबीएस में एडमिशन के सिलसिले में लखनऊ गए हुए थे। वहीं पर उनकी मुलाकात राहुल राज उर्फ राहुल सिंह से हुई। उसने बातचीत में उन्हें कहा कि वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। मनोज प्रसाद भी मूल रूप से बिहार के रहने वाले है इसलिए उसकी बातों में आ गए। उसने कहा कि वह कई मेडिकल कॉलेजों में 150 से 200 स्टूडेंट्स का एडमिशन करा चुका है। उसने मनोज प्रसाद को पूरी तरह से झांसे में लेने के लिए अपने मोबाइल में कई स्टूडेंट्स का प्रोफाइल दिखाया, जिनका एडमिशन मेडिकल कॉलेज में हुआ था। उसने कई स्टूडेंट्स का ऑथराइजेशन लेटर भी दिखाया जिनका कर्नाटक के मेडिकल कॉलेज में वह एडमिशन कराने वाला था।

मैनेजमेंट कोटा से एडमिशन कराने के नाम पर लिया झांसे में, फिर किया ठगी

उसने कहा कि वह मैनेजमेंट कोटा से एडमिशन कराता है। यह सब दिखा वह मनोज प्रसाद को अपने झांसे में ले लिया। फिर राहुल राज अपने पिता के साथ मनोज प्रसाद के पास उनके ऑफिस में आया। उसने कहा कि वह उनकी बेटी का अच्छे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करा देगा। इसके एवज में उसने कहा कि 40 लाख रुपए लगे गे। इसके अलावा उसने 50 हजार रुपए सर्विस चार्ज के रूप में मांग की। मनोज प्रसाद उसके झांसे में आ गए थे। वर्ष 2022 में उन्होंने राहुल राज के एकाउंट में 40 लाख रुपए का पेमेंट कर दिया। पैसे लेने के बाद वह कहने लगा कि अभी पूरा पैसा जमा नहीं हो सका है इसलिए एडमिशन नहीं हो पा रहा है। फिर धीरे धीरे समय बीतने के बाद वह टाल मटोल करने लगा। धीरे धीरे मनोज प्रसाद को पता चल गया कि राहुल उनके साथ षडयंत्र के तहत धोखाधड़ी किया है और फर्जी एडमिशन के कागजात दिखा उन्हें ठगा है। बाद में पता चला का राहुल राज ने किसी का भी एडमिशन मेडिकल कॉलेज में नहीं कराया है। वह इसी तरह लोगो को फांस कर ठगी करता है। उसके साथ षडयंत्र में उसके पिता भी शामिल है। वे दोनों लोगो से मेडिकल व इंजीनियरिंग में नाम लिखवाने के नाम पर ठगी का धंधा करते है।