पति ने ना फोन उठाया ना मिलने पहुंचा तो शादी की सालगिरह के दिन पत्नी ने कर ली आत्महत्या…..
पलामू।झारखण्ड के पलामू जिला का मामला है।एक विवाहिता ने शादी की सालगिरह के दिन आत्महत्या कर ली।बताया जाता है कि पत्नी चार दिनों से ठीक से खाना नहीं खा रही थी कहती थी सालगिरह के दिन पति आयेंगे तो साथ बैठकर अच्छे से खायेंगे। सालगिरह के दिन सजधज कर पत्नी अपने पति का इंतजार करती रही। पति नहीं आया तो पत्नी खुद ससुराल पहुंची लेकिन कफन में लिपटकर।
पलामू की रहने वाली डिंकी अग्रवाल की शादी मनीष अग्रवाल से हुई थी। शादी के तीन साल बाद डिंकी ने अपनी शादी वाली तारीख को ही आत्महत्या के लिए चुना। डिंकी और मनीष के बीच झगड़े होते थे।डिंगी 8 महीनों से अपने मायके में रह रही थी। शादी की सालगिरह के दिन वह अपने पति को फोन करती रही। घर पर तैयार होकर पति का इंतजार करती रही लेकिन जब पति नहीं आया तो उसने जगह खाकर आत्महत्या कर ली।
मृतिका की माँ ने बताया कि अचानक दामाद ने फोन कर बेटी मायके भेज दी।शहर थानाक्षेत्र के आनंद मार्ग स्कूल के पास नई मुहल्ला निवासी स्व दीपक प्रसाद अग्रवाल की छोटी बेटी डिंकी की शादी धनबाद के राजगंज में रहने वाले उग्रसेन लाल अग्रवाल के बेटे मनीष अग्रवाल के साथ हुई थी। मनीष कोलकाता में कपड़ा फैक्ट्री में काम करता है। शादी के बाद दो साल तक डिंकी और मनीष के बीच संबंध ठीक रहा।माँ बताती है कि एक दिन अचानक दामाद का फोन आया और उनसे धनबाद बुलाया।
किसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था दूसरे दिन टिकट कटाकर आठ अप्रैल को डिंकी को उनके साथ मायके भेज दिया। डिंकी के यहां आने पर उसने बातचीत करना छोड़ दिया। फोन करने पर भी फोन नहीं उठाता था। पति के व्यवहार को देखते हुए डिंकी की ओर से कोर्ट में प्रताड़ना का केस भी किया गया है। जिसकी सुनवाई दो दिसंबर को होनी है। डिंकी अपने पति से बेहद प्यार करती थी। वह लगातार इससे बात करने का प्रयास करती थी।
सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद अकेली ही बेटी का शव लेकर उसके ससुराल गई हैं। उनकी सिर्फ दो बेटियां ही थी। डिंकी के शादी के दो माह पहले पति की मौत हो गई है। बड़ी बेटी दिल्ली में अपने घर रहती है। घर में वह डिंकी के साथ थी। डिंकी ने जहर खाया तो पड़ोसियों की मदद से उसे एमएमसीएच ले गई। उन्होंने बताया कि मैरिज एनिवर्सरी पर डिंकी को पति के आने की उम्मीद थी।चार दिनों से इस दिन के इंतजार में थी डिंकी चार दिनों से उसे खाना खाने के लिए कहती थीं तो डिंकी का जवाब होता था मनीष आएंगे या फोन पर बात करेंगे तब खाना खाएगी। मौत वाले दिन भी वह सज धज कर पति का इंतजार कर रही थी। शाम के छह बजे उसकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई। डिंकी के मौत की जानकारी देने के लिए ससुराल वालों को फोन कर रही हैं लेकिन किसी ने नहीं उठाया।