पति से पाना चाहती थी छुटकारा,रची खतरनाक साजिश,जहरीला हॉर्लिक्स पिलाकर पति की हत्या,गिऱफ्तार..
डेस्क टीम:
बिहार के दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाने के बाकरगंज में बेनीपुर कोर्ट कर्मी अरविंद कुमार महतो की गला रेतकर नहीं, बल्कि जहर देकर हत्या की गई थी। अधिक जहर देने के कारण मुंह से अधिक रक्तश्राव हुआ था। इसका पर्दाफाश गिरफ्तार बाकरगंज निवासी अरविंद की पत्नी अन्नू प्रिया चौधरी ने किया है। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकारते हुए कहा कि उसने ही अपने पति की हत्या की थी।आरोपी पत्नी ने बताया कि पति अरविंद से बुधवार की शाम मैंगो फ्रुटी ड्रिंक मंगाया। इसके बाद उसमें जहर मिलाकर पति को पीने के लिए दिया। पति ने पीने से इन्कार कर दिया। कहा- मुझे अच्छा नहीं लगता है। इसके बाद मौके की तलाश में जुट गई।
बताया कि अरविंद रोज की तरह रात्रि में सोने से पहले हॉर्लिक्स पीते था। इसका फायदा अन्नू ने उठाया और हॉर्लिक्स में जहर मिलाकर उसे पिला दिया। कुछ ही देर बाद वह खून की उल्टी करने लगा और दम तोड़ दिया। बुधवार की पूरी रात और गुरुवार के पूरे दिन शव को घर में छिपाकर रखा। इसके बाद रात्रि में 50 हजार रुपये नहीं देने के कारण हत्या कर शव को घर के बाहर रख देने की बात लिखकर एक पुर्जा उसके जेब में रख दिया, ताकि लोग शक नहीं करें।मौका मिलते ही बोरे में शव को रखकर ऊपर से सिलाई कर दी। फिर से घर के बाहर बिजली के खंभे पर लगे बल्ब को बंद किया। इस बीच मायके वालों को बुलाकर अपनी पांच वर्षीय पुत्री जाह्नवी को सौंप दिया। वापस आने पर घर के अंदर से बोरा खीचकर सड़क किनारे लाकर रख दिया।
पूछताछ में उसने यह भी बताया कि पूरे घटना को स्वयं अंजाम दिया है। इसमें किसी ने कोई सहयोग नहीं किया है, लेकिन पुलिस को फिलहाल उसकी बातों पर यकीन नहीं है। पुलिस उसके मोबाइल की कॉल डिटेल निकालने में जुटी है।
इधर शुक्रवार की सुबह एक बंद बोरा कोर्ट कर्मी अरविंद कुमार महतो के घर के सामने मिला। खून को देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। खोलकर देखने पर उसके अंदर अरविंद का शव था। इस बीच सूचना पर अरविंद की बहन मायके से पहुंची और अपनी भाभी अन्नू प्रिया चौधरी पर हत्या कर शव को ठिकाने लगाने का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला।इसमें अरविंद की पत्नी अन्नू प्रिया चौधरी सबसे पहले अपने घर के बाहर मुख्य सड़क पर लगी लाइट को बंद करती दिखीं। इसके बाद सड़क किनारे से घर जाने वाले गेट का उसने ताला खोला। अंदर जाने के बाद वह अपनी बेटी को लेकर सामने वाली गली में गई। कुछ ही देर में अकेली वापस पतली गली से घर के अंदर गई।
पति से पाना चाहती थी छुटकारा
बताया जाता है कि कुछ देर बाद वह अपने घर के अंदर से बोरी खींचते हुए सड़क किनारे रखते हुए नजर आई। यह सारा दृश्य देखते ही पुलिस ने अरविंद की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पूछताछ में वह जघन्य अपराध करने से इन्कार करती रही। जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने कहा कि वह अपने पति से तंग आ चुकी थी। वह मुक्ति चाह रही थी। इस कारण उसे रास्ते से हटा दिया।