एक राँची की दो तस्वीर: पुलिसकर्मियों पर हिंदपीढ़ी में पत्थर तो चुटिया में बरसा फूल

राँची। एक राँची की दो तसवीर है, एक ओर जहां हिंदपीढ़ी में पुलिस वालों पर बरस रहे पत्थर तो वहीं चुटिया में पुलिसकर्मियों पर फूल की बारिश हुई। इस वक्त झारखण्ड सहित पूरा देश कोरोना महामारी के संकट से गुजर रहा है. कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु देशभर में लॉकडाउन किया हुआ है. कोरोना महामारी के खिलाफ जारी जंग में हमारी पुलिसकर्मी फ्रंट फाइटर है। साथ ही ऐसे विषम परिस्थितियों में डॉक्टर-सफाईकर्मी अपनी जान को जोखिम में डालकर जनसेवा में लगे हुए हैं. पुलिस कर्मी खासतौर पर जोखिम उठाते हुए कार्य कर रहे हैं. आम जन भी पुलिस का कार्यप्रणाली से खुश हैं. देश भर में जगह जगह पुलिस कर्मियों यानि कोरोना वारियर्स का पूरे देश में फूल माला और तालियों से स्वागत हो रहा है रांची में चुटिया पुलिस के द्वारा चुटिया में फ्लैग मार्च निकाला गया. चुटिया मेन रोड के लोगों ने कोरोना वॉरियर्स पुलिस कर्मियों का स्वागत फूलों की वर्षा कर किया.

हिंदपीढ़ी में पुलिस पर हमला डीएसपी को लगी थी चोट:

हिंदपीढ़ी में 16 मई की शाम सीआरपीएफ और स्थानीय लोगों के बीच झड़प के बाद 17 मई को भी सुबह से ही तनाव रहा. 16 मई की रात तो बिगड़ती स्थिति को देख प्रशासन के वरीय अधिकारियों ने मोर्चा संभालकर मामला शांत कराया, लेकिन 17 मई की सुबह फिर पत्थरबाजी हुई. जानकारी अनुसार 17 मई की सुबह को स्थानीय लोगों और सीआरपीएफ व स्थानीय पुलिस के साथ झड़प हो गई. इसके बाद मामला फिर गरमा गया. लोगों के पथराव के कारण कोतवाली डीएसपी को पीठ और बांह में चोट लगी है, वहीं पुलिस जिप्सी का भी शीश तोड़ दिया गया था.

लॉकडाउन का उल्लंघन कर घर से बाहर निकले थे लोग:

17 मई की सुबह हिंदपीढ़ी के मोती मस्जिद के पास लोगों द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन किया जा रहा था. सीआरपीएफ के जवानों ने लोगों से कहा वे अपने-अपने घरों में जाएं, भीड़ नहीं लगाएं. इसी बीच सीआरपीएफ के जवानों के साथ स्थानीय लोगों की बहस शुरू हो गई और कुछ लोगों द्वारा पथराव किया जाने लगा. यह घटना उस समय हुआ जब सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान फ्लैग मार्च करते हुए मोती मस्जिद के पास पहुंच रहे थे. पास में मौजूद कुछ महिलाएं और पुरुष लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए घरों से बाहर निकली हुई थी जिसे जवानों ने जैसे ही घरों के अंदर जाने के लिए कहा सभी उलझ पड़े। इस दौरान कुछ बदमाश किस्म के लोगों ने सीआरपीएफ जवान का हथियार भी छीनने का प्रयास किया लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. कोतवाली डीएसपी मौके पर पहुंचकर लोगों समझा रहे थे. इसी बीच पथराव में घायल हो गए. बताया जा रहा है डीएसपी को पीठ और बांह में चोटें आई हैं. हिंदपीढ़ी में पत्थरबाजी की खबर मिलने के बाद कुछ असामाजिक तत्व एकरा के आसपास पत्थरबाजी करने लगे, लेकिन पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए उन लोगों को खदेड़ा और स्थिति को नियंत्रण में किया.

कांके और रातू में भी पुलिसकर्मियों पर हमला

राँची के कांके थाना क्षेत्र के नगड़ी गांव में जमीन विवाद में जारी मारपीट और हिंसा में बीच बचाव करने गए पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ था. इस हमले में कांके थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। जिसके बाद पुलिस मुख्यालय झारखण्ड ने राँची एसएसपी को आदेश जारी करते हुए कहा है कि पुलिसकर्मियों पर हमले के दोषियों पर सख्त कार्रवाई किया जाय।

रातू थाना क्षेत्र के परहेपाठ गांव में 15 मई की शाम पीसीसआर 29 में हमला और पथराव कर तोड़-फोड़ करने के आरोप में मुख्य आरोपी अनवर अली, पिता मो. अली समेत अन्य नौ आरोपियों को रातू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब हो कि 15 मई को रातू के परहेपाठ में अनवर अली के आवास में लोकडाउन का उल्लंघन कर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसकी सुचना पाकर रातू थाना प्रभारी के निर्देशानुसार पीसीआर 29 की टीम वंहा पहुंची थी। तभी गांव के दर्जनों महिला-पुरुषों ने लाठी-डंडे से पीसीआर वाहन और जवानों पर हमला कर दिया था। पुलिस ने रातू थाना क्षेत्र के परहेपाठ गांव में 15 मई को पीसीआर वैन में तोड़-फोड़ कर जवानों के ऊपर जानलेवा हमला करने वाले नौ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया । इनमें आठ पुरुष और एक महिला शामिल है । इस तोड़-फोड़ के मामले में परहेपाठ गांव के 70 लोगों को नामजद भियुक्त बनाया गया है, जबकी 125 अज्ञात हैं । इस पुरे मामले में कुल 195 महिला पुरुष को अभियुक्त बनाया गया है।

पुलिसकर्मियों के समर्थन ने हैशटैग ट्रेंड

इधर राँची में पुलिसकर्मियों, सुरक्षाबलों पर लगातार होते हमलों के बीच सोशल मीडिया में सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों के समर्थन में “जवानों पर हमला बन्द करो” का हैशटैग ट्रेंड कराया जा रहा है।

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