तिसरी विस्फोट मामला:कल शनिवार रात 9 बजे तक जो घर गाँव में शोभा बढ़ा रहा था उसका नमोनिशान मिट गया,रह गया सिर्फ ईंट के टुकड़े
गिरिडीह।झारखण्ड के गिरिडीह जिले में एक घर में अवैध रूप से रखे विस्फोटक के फटने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में दो महिलाएं और दो बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई है।विस्फोटक इतना शक्तिशाली था कि इससे पूरा घर तबाह हो गया।घर का नामोनिशान मिट गया वहीं लोगों के परखच्चे तक उड़ गए।लोगों शरीर के हिस्से कई मीटर दूर जा कर गिरा।घटना शनिवार रात की है।शुरुआत में इस घटना के पीछे सिलेंडर विस्फोट होने की बात कही जा रही थी।लेकिन बाद में जिलेटिन (विस्फोटक) को इसका कारण बताया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने घटना की जांच की मांग की है।
मिली जानकारी के मुताबिक, गिरिडीह के तिसरी थाना क्षेत्र के खिड़किया मोड़ पर बुधन राय नाम के व्यक्ति का घर है।शनिवार देर रात करीब 10 बजे विस्फोट इसी घर में हुआ, जिसमें दो मासूम बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बुधन राय का परिवार खाना खाने के बाद सोने के लिए चला गया था. इसी बीच रात में अचानक विस्फोट हो गया, जिससे पूरा का पूरा घर जमींदोज हो गया।
इस घटना में बुधन राय के बेटे लिलो राय की पत्नी सुनीता देवी, लिलो राय का ढाई साल का बेटा आयुष कुमार, लिलो राय का दो महीने का नवजात पुत्र और बुधन राय की पत्नी कामेश्वरी देवी की मौत हो गई. हालांकि, घर से बाहर रहने के कारण बुधन राय बच गया।घटना इतनी भयावह थी कि मकान पूरी तरह से तबाह हो गया और घर में मौजूद सभी लोग मलबे में दब गए. रात में इसकी सूचना प्रशासन को मिलने के बाद जेसीबी से मलबा हटाने की कोशिश की गई।रविवार को फिर से जेसीबी की मदद से मलबा हटाकर शव को निकाला गया।
इस घटना के बाद पीड़ित बुधन राय ने कहा कि कुछ लोगों ने उसके घर में विस्फोटक सामग्री रखी थी। इसी से विस्फोट हुआ है।उन्होंने कुछ लोगों के नाम भी बताए हैं।
चार जेसीबी बुलाकर हटाया मलबा:घटना के बाद स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली. वहीं घटना के बाद प्रशासन की ओर से मलबे को हटाने के लिए चार जेसीबी मंगवाई गईं और मलबे को साफ करवाया गया. तिसरी थाना के पुलिस इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी ने बताया कि विस्फोट मामले की जांच की जा रही है।फॉरेंसिक जांच टीम मामले की जांच करेगी. इसके बाद ही कुछ साफ-साफ कहा जा सकता है. उन्होंने बताया कि इस घटना में मारे गए चार लोगों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जांच की मांग की:पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और भाकपा माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव भी घटनास्थल पहुंचे. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मामले की गहन जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ये काफी गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि विस्फोटक का कारोबार बिल्कुल गलत है।इसपर रोक जरूरी है. वहीं भाकपा माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने एसआईटी जांच की मांग करते हुए विस्फोटक सप्लायरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि इस इलाके में पत्थर और माइका के अवैध खनन में विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाता है।आरोपियों के खिलाफ एफआईआर होने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है।
अवैध रूप से चल रही हैं खदानें:गिरिडीह जिले के तिसरी और गावां इलाके में व्यापक स्तर पर अवैध रूप से माइका और पत्थर की खदानें चल रही हैं. इन खदानों में जिलेटिन से विस्फोट की घटना को अंजाम दिया जाता है. इसके लिए पत्थर और माइका माफिया विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल करते हैं। विस्फोटक को मजदूरी करने वाले मजदूरों के घर पर ही छुपा कर रखा जाता है. अहम बात ये है कि अवैध रूप से संचालित इन धंधों पर लगाम लगाने में माइनिंग विभाग नाकाम साबित हो रहा है।