Shree Krishna Janmashtami 2020:कृष्ण जन्माष्टमी 2020 इस साल ज्यादातर लोग 11 अगस्त यानी आज मंगलवार को ही मना रहे हैं,पहली बार जन्माष्टमी पर डिजिटल सेलिब्रेशन..
Shree Krishna Janmashtami 2020 :
राँची।कोरोना काल में इस बार हर पर्व त्योहार फीका पड़ रहा है।पर्व लोग घरों में रहकर मना रहे हैं।कोरोना काल का इस बार जन्माष्टमी भी फीका पड़ने वाला है क्योंकि इस बार मटकी फोड़ प्रतियोगिता कहीं नहीं होने वाला है।आइये जाने इस बार :कृष्ण जन्माष्टमी 2020 इस साल ज्यादातर लोग 11 अगस्त यानी आज मंगलवार को ही मना रहे हैं। आपको बता दें कि ज्योतिष गणना में आज के दिन को कई मायनों में बेहद खास माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, आज से 26 घंटे का वृद्धि योग लग रहा है. इस दौरान मां लक्ष्मी स्वरूपा राधा रानी की पूजा करने से न सिर्फ कान्हा खुश होंगे बल्कि घर में धन आगमन का भी माध्यम बनेगा। यह वृद्धि योग 11 तारीख को सुबह 6.50 बजे से 12 अगस्त सुबह 8.45 बजे तक रहेगा. कृष्ण भक्तों के लिए अहम जानकारी ये है कि मंगलवार को सुबह 9:06 बजे से ही अष्टमी तिथि शुरू हो जाएगी।
11 अगस्त मंगलवार का पंचांग
भाद्रपद कृष्णपक्ष सप्तमी प्रातः-06:14 उपरांत अष्टमी
श्रीशुभसंवत-2077,शाके-1942,हिजरीसन-1441-42
सूर्यास्त -06:30
सूर्योदय-05:30
सूर्योदय कालीन नक्षत्र – भरणी उपरांत कृतिका, गण्ड -योग,वव-करण सूर्योदय कालीन ग्रह विचार-सूर्य-कर्क,चन्द्रमा -मेष,मंगल-मीन,बुध -कर्क,गुरु-धनु, शुक्र-मिथुन,शनि-धनु,राहु-मिथुन,केतु-धनु
जन्माष्टमी पर चौघड़िया मुहूर्त कब है
सुबह 06.01 से 7.30 बजे तक रोग
सुबह 07.31 से 9.00 बजे तक उद्वेग
सुबह 09.01 से 10.30 बजे तक चर
सुबह 10.31 से 12.00 बजे तक लाभ
दोपहर 12.01 से 1.30 बजे तकअमृत
दोपहर 01.31 से 03.00 बजे तक काल
दोपहर 03.01 से 04.30 बजे तक शुभ
शाम 04.31 से 06.00 बजे तक रोग
उपाय-बड़े बुजुर्गों, ब्रह्मणों, गुरूओं का आशीर्वाद लें
आराधनाः भगवान शिव की आराधना करें।
राहुकाल 3 से 4:30 बजे तक।
दिशाशूल-वायब्य एवं उत्तर
माखन मिश्री का कान्हा को लगाएं भोग
ज्योतिषाचार्य और पुराणों में बखान है कि भगवान श्रीकृष्ण को मक्खन और मिश्री बहुत प्रिय है. इसलिए आज के दिन पूजा के दौरान कान्हा को माखन मिश्री का भोग जरूर लगाएं. इस साल जन्माष्टमी पर कृतिका नक्षत्र रहेगा. इस दिन चंद्रमा मेष राशि में और सूर्य कर्क राशि में विद्यमान रहेंगे. फलस्वरूप वृद्धि योग प्रबल है. यह धनवर्षा के लिहाज से सर्वोत्तम माना गया है. 12 अगस्त को श्रीकृष्ण की पूजा का शुभ समय रात 12:05 मिनट से 12:47 मिनट तक बताया जा रहा है. जन्म के बाद पूजा की अवधि 43 मिनट तक रहेगी.
आज और कल जन्माष्टमी का पर्व दो दिन मनाया जा रहा है.
12 अगस्त को कृतिका नक्षत्र लगेगा, जबकि चंद्रमा मेष और सूर्य राशि में संचार करेंगे. कृतिका नक्षत्र और राशियों की स्थिति के कारण वृद्धि योग बन रहा है. जन्माष्टमी पर बन रहा वृद्धि योग कई राशियों के लिए लाभकारी साबित होगा. मान्यता है कि वृद्धि योग में पूजा करने से फल दोगुना प्राप्त होता है. वृद्धि योग में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है.
जानें कल क्यों रहेगा जन्माष्टमी मनाना शुभ
देश के कई राज्यों मे आज जन्माष्टमी मनाई जा रही है. वहीं कल 12 अगस्त को सूर्योदय तिथि अष्टमी है. आज 9 बजे के बाद अष्टमी तिथि शुरू हुई है. ऐसे में शास्त्री के अनुसार 11 अगस्त से 12 अगस्त को श्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा. क्योंकि 11 अगस्त को मेष राशि भरणी नक्षत्र गत चंद्रमा व मंगलवार रहेगा. लेकिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि वृष राशि बुधवार रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. 12 अगस्त को वृष राशि चंद्रमा कृतिका नक्षत्र के चतुर्थ चरण में रहेंगे. रोहिणी नक्षत्र के नजदीक चंद्रमा होंगे, इसलिए 12 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाना शुभ रहेगा.
रोहिणी नक्षत्र में हुआ था भगवान श्रीकृष्ण का जन्म
जन्माष्टमी के दिन लोग भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपवास रखने के साथ ही भजन-कीर्तन और विधि-विधान से पूजा करते हैं. ज्योतिषियों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण के जन्म अष्टमी तिथि के रोहिणी नक्षत्र में 12 बजे रात में हुआ था. इसलिए इसी नक्षत्र और तिथि में जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस बार रोहिणी नक्षत्र 13 अगस्त की सुबह 03 बजकर 27 मिनट पर शुरू हो रहा है।
पहली बार जन्माष्टमी पर डिजिटल सेलिब्रेशन
कोरोना महामारी के कारण इस साल जन्माष्टमी का त्योहार पहली बार वर्चुअल तरीके से मनाया जायेगा। भक्त मंदिरों में लड्डु गोपाल और राधाकृष्ण के दर्शन करने के बजाय वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर उनका आशीर्वाद लेंगे। जन्माष्टमी पर डिजिटल सेलिब्रेशन होगा।राजधानी में हर वर्ष व्यापक स्तर पर होनी वाली दही -हांडी फोड़ो प्रतियोगिता और लड्डू गोपाल फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता भी इस बार वर्चुअल हो रही है.कीरोना के कारण ही श्री कृष्ण जन्माष्टमी समिति मोरहाबादी इस बार वर्चुअल बाल गोपाल और राधाकृष्ण पोशाक प्रतियोगिता आयोजित कर रही है।अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि विजेताओं को उनके घर के पते पर प्रमाण पत्र और प्रतीक चिन्ह भेज दिया जायेगा।
सौजन्य:pk