#jharkhand:चतरा में अधिकारी के घूसखोरी व प्रताड़ना से तंग आकर युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है…
चतरा।झारखण्ड के चतरा सदर थाना क्षेत्र के हफुआ गांव में अंचल अधिकारी के घूसखोरी व प्रताड़ना से तंग आकर युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। गांव के ओमप्रकाश सिंह उर्फ संगम सिंह ने गांव से बाहर स्थित आम के पेड़ में लटक कर आत्महत्या कर ली है। लेकिन इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि युवक ने आत्महत्या से चंद मिनट पूर्व पूर्व अपने रिश्तेदारों और करीबियों को सोशल मीडिया व्हाट्सएप के माध्यम से एक सुसाइड नोट भेजा है। जिसमें उसने अपने आत्महत्या के लिए चतरा अंचल अधिकारी जामुन रविदास और कर्मचारी नगीना प्रसाद को जिम्मेवार ठहराया है। रिश्तेदारों और करीबियों को भेजे गए व्हाट्सएप मैसेज में युवक ने आरोप लगाया है कि चतरा अंचल अधिकारी और कर्मचारी ने उसके माध्यम से क्षेत्र के दर्जनों लोगों से काम कराने के नाम पर लाखों रुपए की उगाही कराई है।
इतना ही नहीं लॉकडाउन अवधि में अंचल अधिकारी ने अपने लिए एक लैपटॉप और अपनी बेटी के लिए एक एंड्राइड मोबाइल फोन भी बतौर घूस लिया है। बावजूद वे घूस की रकम वसूलने के बाद भी ना तो किसी का काम कर रहे हैं और ना ही पैसा लौटा रहे हैं। ऐसे में अपना काम कराने के एवज में पैसे देने वाले लोगों का दबाव उन पर बढ़ता जा रहा है।
युवक ने अपने सुसाइड नोट में अंचल अधिकारी पर मुर्गा और खस्सी मांगने का भी आरोप लगाया है। कहा है कि अब अंचल अधिकारी को पैसे देकर उसकी यह स्थिति हो गई है कि वह किसी को पैसा अपने पास से नहीं लौटा पाएगा। उसने अपने रिश्तेदारों को व्हाट्सएप के माध्यम से कुछ लोगों का नाम भी बताया है और कहा है कि मेरे मरने के बाद मेरा मोबाइल और सामान बेचकर उन लोगों का पैसा दे देना है क्योंकि अब ना तो अंचल अधिकारी पैसा वापस करेंगे और ना ही कर्मचारी।
हालांकि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने मृतक का मोबाइल जप करते हुए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। जहां पूरे मामले में ग्रामीणों और परिजनों ने अंचल अधिकारी की संपत्ति की जांच कराते हुए उनके विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की मांग कर रहे हैं वहीं पुलिस पूरे मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। थाना प्रभारी ने कहा है कि आत्महत्या की सूचना पर भी पहुंचे थे, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक के मोबाइल को जप्त कर उसकी गहनता से जांच की जाएगी। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इधर पूरे मामले पर अंचल अधिकारी ने दूरभाष पर अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि कार्यालय में प्रत्येक दिन उनकी मुलाकात विभिन्न लोगों से होती है। ऐसे में हर एक व्यक्ति का काम करना संभव नहीं है। जिनका काम सही होता है उनका काम नहीं रोका जाता। गौरतलब है कि चतरा अंचल अधिकारी जामुन रविदास कोरोना संक्रमित हैं और उनका इलाज राँची में चल रहा है।