सचिवालय घेराव:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश,राँची मेयर आशा लकड़ा,सहित 18 और भाजपा नेताओं और कार्यकर्ता का नाम एफआईआर में शामिल,पहले 41 नामजद और हजारों कार्यकर्ता पर मामला दर्ज हुआ था..
राँची।झारखण्ड भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के द्वारा बीते मंगलवार को राँची में सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान हुए हंगामा,उपद्रव मामले में 41 नामजद सहित हजारों लोगों पर मामला दर्ज किया था।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,जांच के बाद पुलिस ने और भाजपा के 18 नेताओं और कार्यकर्ताओं को घटना में संलिप्त पाया गया।मिली जानकारी के मुताबिक, घटना स्थल पर तैनात मजिस्ट्रेट ने वीडियो फुटेज और फोटो,सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना के समय घटना में शामिल इन नेताओं कि पहचान कि गई जो उक्त घटना में शामिल थे।मजिस्ट्रेट के बयान पर इन नेताओं को दर्ज एफआईआर में नाम शामिल किया है। जिन नेताओ के दर्ज मामले में नाम शामिल किया गया उनमें दीपक प्रकाश,प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद,राज्यसभा सांसद आदित्य साहू,केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक दुलू महतो, पूर्व मंत्री सह राँची के विधायक सीपी सिंह,हटिया विधायक नवीन जयसवाल,सांसद जयंत सिन्हा,कांके विधायक समरी लाल,यदुनाथ पांडे,शिव शंकर उरांव,रविंदर राय ,प्रदीप वर्मा,सांसद बीडी राम,राँची मेयर आशा लकड़ा,किसलय तिवारी,अशोक बड़ाईक,विधायक शशिभूषण मेहता और जेवी तुबिद शामिल है।इन सभी नेताओं को नोटिस जारी कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश को धुर्वा थाना की ओर से 41 का नोटिस भेजा गया है।
पुलिस की माने तो अन्य लोगों की पहचान भी वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर की जा रही है।आगे और नेताओं और कार्यकर्ताओं की पहचान कर दोषी लोगों पर कार्रवाई जारी रहेगी।वहीं कई पत्थर फेंकने वाले कार्यकर्ता की फोटो वीडियो पुलिस के हाथ लगी ।जिसकी पहचान की जा रही है।
बता दें भाजपा द्वारा सचिवालय घेराव कार्यक्रम आयोजित किया गया था।जिसमें पुलिस ने किसी भी तरह के उपद्रव को रोकने के लिए धुर्वा गोलचक्कर के पास बैरिकेडिंग कर रखी थी साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अन्य उपाय भी किए गए थे। हालांकि घेराव कार्यक्रम के दौरान हंगामा भी जबरदस्त हुआ है।भाजपा ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया तो पुलिस ने जमकर लाठी भी भांजी है।इस दौरान पुलिस पर पानी के बोतल और पथराव भी किया गया। इसे लेकर राँची के धुर्वा थाना में पूर्व मुख्यमंत्री,केंद्रीय मंत्री,सांसद और विधायक सहित 41 पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।उपद्रव मामले में 1000 से ज्यादा अज्ञात लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इधर क्षेत्र के धुर्वा थाना में कार्यपालक दंडाधिकारी उपेंद्र कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। एफआईआर में नामजद आरोपियों में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा,राँची के सांसद संजय सेठ, चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, सांसद निशिकांत दुबे, विधायक अमित मंडल,विधायक ढुलू महतो, आरती कुजूर, प्रदीप मुखर्जी, शत्रुघ्न सिंह, अनिता सोरेन, मुनचुन राय, उमेश यादव, वीरेंद्र यादव, ललित ओझा, केके गुप्ता, कुलवंत सिंह बंटी, गुंजन यादव, अमित कुमार, विकास कुमार पांडे, दिलीप कुमार सिंह, कुमकुम देवी, कामेश्वर सिंह, अमित भैया उर्फ अमित कुमार, कमलेश राम, नीलम चौधरी, साधु मांझी और विमल मरांडी शामिल हैं।इसके अलावा हजारो अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।सभी आरोपियों पर उपद्रव करने, दंगा भड़काने, सरकार के निर्देशों का उल्लंघन करने, सरकारी कार्य में बाधा, अपराध के लिए उकसाने व दूसरे व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी हुई है।धारा-147,148,188,353,332,109,427 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है। पहले इन नामों पर मामला दर्ज हुई थी
धुर्वा थाना में कार्यपालक दंडाधिकारी सदर उपेंद्र कुमार के द्वारा अपने आवेदन में बताया गया है कि धुर्वा गोल चक्कर के पास दोपहर करीब 1:30 बजे भारतीय जनता पार्टी के लगभग 5000 से ज्यादा कार्यकर्ता और समर्थक धारा-144 का उल्लंघन किया ।इस दौरान वे सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रभात तारा मैदान से धुर्वा गोल चक्कर की ओर पैदल चलकर पहुंचे और गोल चक्कर के मुख्य बैरियर पर पहुंचकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे.इस दौरान उन्होंने बैरिकेडिंग को गिराने का प्रयास किया. वरीय अधिकारियों के द्वारा माइक पर अनाउंस कर भाजपा कार्यकर्ताओं को धारा 144 के बारे में बताया भी गया, लेकिन इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता बैरिकेडिंग को उखाड़ने और हटाने का प्रयास करने लगे और उपद्रवियों की तरह व्यवहार करते हुए ड्यूटी पर तैनात पुलिस एवं दंडाधिकारी को निशाना बनाते हुए बोतल फेंकना एवं पत्थरबाजी करना शुरू कर दिए।एफआईआर में लिखा गया है कि पुलिस अधिकारियों एवं मौजूद पुलिस बल के द्वारा उपद्रवियों को रोकने का हर संभव प्रयास किए जाने के बावजूद भी भाजपा कार्यकर्ता घेराबंदी को तोड़ने का प्रयास करते रहें। इसी क्रम में लगभग 2:00 बजे भाजपा कार्यकर्ता पत्थरबाजी करने लगे तब उन पर पानी की बौछार की गयी, इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा भीड़ को उकसाने का प्रयास भी किया जाता रहा। उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के उद्देश्य से पुलिस ने आंसू गैस और बल का प्रयोग किया।भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा जिस तरह उपद्रव किया गया उसका वीडियो फुटेज भी प्रशासन के पास मौजूद है ऐसे में सभी नामजद के साथ-साथ अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाए।
वहीं दूसरी तरफ़ सरकार के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन के दौरान बैरिकेडिंग तोड़ने और धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया।जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया उसमें भाजपा सांसद संजय सेठ, बोकारो विधायक बिरंची नारायण, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, गोड्डा विधायक अमित मंडल, चतरा सांसद सुनील सिंह, कोषाध्यक्ष दीपक बंका, महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर, कुलवंत सिंह, गुंजन यादव समेत अन्य शामिल थे।सभी को जगन्नाथपुर थाना स्थित कैंप जेल में रखा गया था, शाम में सभी को पीआर बांड भी छोड़ दिया गया।