राँची सांसद संजय सेठ और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने ली कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
राँची/नई दिल्ली। राँची के सांसद संजय सेठ ने आज कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली। सदर अस्पताल में पहली डोज लेने के बाद वहाँ मौजूद वरिष्ठ नागरिकों के साथ उन्होंने संवाद भी किया और सिविल सर्जन को स्पष्ट निर्देश दिया कि टीका के लिए आ रहे वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी प्रकार के समस्या नहीं हो, इसका ध्यान रखा जाए। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन उनलोगों को जवाब है जो यह कहते थे कि भारत में सिर्फ ताली और थाली बजवाई जा रही है। भारत ने कोरोना काल में जो क्षमता दुनिया को दिखाई वो अद्भुत है। आज दुनिया भारत के इस कार्य पर ताली बजा रही है। यह आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व का परिणाम है। इस अवसर पर श्री सेठ ने कोरोना वैक्सीन के शोध और इसके निर्माण से लेकर वितरण तक की मुहिम में शामिल सभी कर्मशीलों को नमन् करते हुए कहा कि यह डॉक्टर्स, वैज्ञानिक, स्वास्थ्य कर्मचारियों व उन सभी लोगों की बड़ी जीत है जो किसी न किसी रूप में कोरोना योद्धा बनकर हमारे लिए ढाल के रूप में खड़े रहे।
कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण के दूसरे चरण का सोमवार को राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू हुआ। इस अभियान के तहत 60 साल से अधिक उम्र और 45 से अधिक उम्र के बीमार लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसके लिए जिलों में सदर अस्पताल और सभी सामुदायिक केंद्रों में व्यवस्था की गई है। इन सरकारी अस्पतालों में जाकर योग्य लाभुक फ्री में टीका लगवा रहे हैं। इसके साथ-साथ कुछ प्राइवेट अस्पतालों में भी टीका की व्यवस्था की गई। प्राइवेट अस्पतालों में टीका के लिए 250 रुपये शुल्क निर्धारित है। झारखंड के गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को दिल्ली के प्राइमस अस्पताल में टीका लगवाया।
सक्षम लोगों से सरकारी अस्पताल में टीका लेने की अपील
लोकसभा का सत्र में भाग लेने के लिए गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे दिल्ली में हैं। उन्होंने सोमवार को दिल्ली में ही टीका लिया। साथ ही ट्वीट कर लोगों से अपील की-मेरा आग्रह है कि जो लोग कोरोना के टीका के लिए कुछ पैसे खर्च सर सकते हैं वे प्राइवेट अस्पताल में ही टीका लगवाएं। सांसद होने के नाते सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क मुझे यह सुविधा प्राप्त थी। लेकिन मैंने प्राइवेट अस्पताल में शुल्क सहित ही टीका लगाने का फैसला किया।
युद्ध के मैदान में कैसे सेनापति माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी हमेशा सभी मोर्चों पर खुद आगे रहकर कैसे मुक़ाबला करते हैं यह उसका उदाहरण है । पहले अपनी बारी का इंतज़ार,बारी आने के बाद अस्पताल जाकर टीकाकरण । प्रधानमंत्री जी पहले भी टीका ले सकते थे,अपने आवास पर भी ले सकते थे।निःशब्द हूँ
ऐसा कर राज्य और केंद्र सरकार की कर सकते मदद
भाजपा सांसद दुबे ने सक्षम लोगों से प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का टीका लगवाने के लिए अपील के पीछे के उद्देश्य को स्पष्ट किया है। उन्होंने जागरण से बातचीत करते हुए कहा-यह टीका मात्र 250 रुपये में लग रहा है। यह कोई बड़ी राशि नहीं है। सक्षम लोगों को प्राइवेट अस्पताल में ही टीका लगवाना चाहिए। ऐसा कर हम केंद्र और राज्य सरकार की मदद कर सकते हैं। प्राइवेट अस्पताल में टीका लगवाने के लिए जो पैसा देंगे उसका कुछ हिस्सा केंद्र और राज्य सरकार के पास जाएगा। चूंकि क्रमिक रूप से देश के 130 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है। यह एक बहुत बड़ा अभियान है। इसपर सरकार का बहुत खर्च हो रहा है। सक्षम लोग प्राइवेट अस्पताल में टीका लेकर मदद कर सकते हैं।