Ranchi:कैंसर पीड़ित इंस्पेक्टर पिता काे सैंबाे सीआरपीएफ अस्पताल खाना पहुंचाने स्कूटी से माँ में साथ जा रही थी,तेज रफ्तार में पिकअप वैन ने धक्का मार दिया,युवती की मौके पर मौत
राँची।तुपुदाना ओपी क्षेत्र स्थित बेरमाद रिंगरोड पर मंगलवार काे सड़क दुर्घटना में एक स्कूटी सवार युवती की माैत हाे गई। मृतका का नाम साक्षी कुमारी, 22 वर्ष है और वह चापाटाेली में अपने परिवार के अन्य लाेगाें के साथ किराए के घर में रहती थी। साक्षी के पिता संपत मंडल धुर्वा सैंबाे स्थित सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। धक्का मारकर भागने का प्रयास कर रहे मालवाहक ट्रक चालक सजाउद्दीन कुरैसी काे स्थानीय लाेगाें ने पकड़ लिया और घटना की जानकारी तुरंत पुलिस काे दी। पकड़ा गया आराेपी ड्राइवर लाेहरदगा का रहने वाला है और मछली काे खिलाने वाला दाना लेकर कांटाटाेली जा रहा था। दुर्घटना में माैत की सूचना मिलते ही पुलिस माैके पर पहुंची और ट्रक काे जब्त करते हुए ड्राइवर काे गिरफ्तार कर ली।
तुपुदाना ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह ने बताया कि साक्षी अपनी मां के साथ स्कूटी में सवार हाेकर पिता काे खाना पहुंचाने के लिए सीआरपीएफ कैंप जा रही थी। इसी दाैरान रास्ते में कटिंग से सड़क पार करने के दाैरान तेज रफ्तार से जा रही मालवाहक ट्रक जेएच01डीडब्लू 1974 ने अपनी चपेट में ले लिया। धक्का लगने के बाद स्कूटी सवार युवती की माैत हाे गई जबकि साथ में माैजूद माँ भी गंभीर रूप से घायल हाे गई। मृतका की माँ का पैर फ्रैक्चर हाे गया है जिसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है।
माँ काे पीछे बैठाकर युवती चला रही थी स्कूटी, हेलमेट पहने हाेने के बाद भी सिर में चाेट लगने से हुई माैत
प्रत्यक्षदर्शियाें ने बतया कि साक्षी स्कूटी चला रही थी जबकि मां पीछे में खाना लेकर बैठी थी। कटिंग पार करने के दाैरान वह मालवाहक ट्रक काे नहीं देखी और सड़क पार करने लगी। मालवाहन ट्रक ने भी स्कूटी सवार काे नहीं देखा और धक्का मार दिया जिसके बाद मां-बेटी सड़क किनारे फेंका गई। युवती के सिर से हेलमेट खूलकर फेंका गया और लगातार खून बहने लगा। जबतक लाेग उसे उठाकर नजदीकि अस्पताल ले जाते, साक्षी की माैत हाे चुकी थी। वहीं घायल मां काे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने मृतका के शव काे पाेस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है।
मृतका के इस्पेक्टर पिता है कैंसर पीड़ित, सैंबाे अस्पताल में चल रहा इलाज
मृतका के इंस्पेक्टर पिता संपत मंडल पिछले लगभग एक वर्ष से कैंसर की बिमारी से जूझ रहे हैं। शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के बाद सैंबाे स्थित सीआरपीएफ के अस्पताल में भर्ती कराकर उनका इलाज किया जा रहा है। पिता द्वारा घर का खाना खाने की इच्छा जताने के बाद मां-बेटी खाना लेकर सैंबाे स्थित सीआरपीएफ का अस्पताल जा रही थी। इसी दाैरान रास्ते में अचानक दुर्घटना में इंस्पेक्टर बेटी की माैत हाे गई।
मृतका का एकलाैता छाेटा भाई है मानसिक विक्षिप्त, साक्षी काे ही घर चलाने की थी जिम्मेवारी
मृतका का एकलाैता छाेटा भाई मानसिक विक्षिप्त है और उसे लगातार परिवार की देखरेख में रखा जाता है। पिता काे ड्यूटी में रहने के दाैरान इंस्पेक्टर बेटी काे ही घर चलाने की जिम्मेवारी थी। कैंसर से पीड़ित हाेने के बाद पिता का ख्याल साक्षी ही रखती थी और मां के हर काम में मदद करती थी। पिता काे कैंसर पीड़ित और भाई काे मानसिक विक्षिप्त हाेने के बाद साक्षी भी दुनिया छाेड़ दी। ऐसे में अब घायल मां काे देखने वाला काेई नहीं है।