पांकी हिंसा मामला:पलामू जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद,16 फरवरी शाम 4 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा…धारा 144 लागू

पलामू।झारखण्ड के पलामू जिले के पांकी में महाशिवरात्रि पर तोरण द्वार लगाने को लेकर दो समुदायों में विवाद के बाद पथराव,आगजनी और तोड़फोड़ के बाद तनाव को देखते हुए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।इसको लेकर झारखण्ड सरकार के गृह विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया है,जिसमें 15 फरवरी शाम 4 बजे से 16 फरवरी शाम 4 बजे तक इंटरनेट बंद रखने को कहा गया है।पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बन्द कर दी गई है।

पलामू में महाशिवरात्रि का तोरणद्वार लगाने को लेकर दो पक्षों में तनाव हो गया। दोनों पक्षों की तरफ से तोड़फोड़ हुई और उपद्रवियों ने पेट्रोल बम का भी इस्तेमाल किया।इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।जिले के एसपी चंदन कुमार सिन्हा और उपायुक्त ए दोड्डे मौके पर पहुंच गए हैं।तीन से चार थानों की पुलिस मौके पर तैनात की गई है

घटना के बाद पांकी बाजार क्षेत्र की सारी दुकानें बंद हैं बाजार क्षेत्र में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है।सड़क पर पत्थर बिखरे पड़े हैं।एक पक्ष के लोगों का कहना है कि तोरण द्वार लगाने के बाद उसे जबरन उखाड़ कर फेंक दिया गया।विरोध किया गया तो लोग पत्थर फेंकने लगे, पहले से ढेर सारा पत्थर जमा कर रखा गया था। संघर्ष होने के बाद निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी गई है। यह जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी है। इस संघर्ष में आधे दर्जन लोग घायल हुए हैं।पांकी में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के नेतृत्व में शिविर लगा कर स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पलामू प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राजकुमार लकड़ा ने को बताया कि संघर्ष तोरण द्वार में हुई तोड़-फोड़ के बाद शुरू हुआ,फिर लाठी एवं पत्थर से संघर्ष शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि तोरण द्वार शिवरात्रि पूजा को ध्यान में रखते हुए एक समुदाय के श्रद्धालुओं द्वारा लगाया गया था, यह पांकी के बाजार में था, जिसमें तोड़-फोड़ हुई।इस सिलसिले में दोनों समुदायों के कुछेक लोगों को हिरासत में लिया गया है।

गौरतलब है कि स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी और कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए। जानकारी मिल रही थी की उपद्रवियों ने 4 दुकान, 2 घर और 6 वाहनों में आग लगा दी थी। वहीं दोनों पक्षों से भी कई लोग घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में में भेजा गया है। उपद्रवियों ने दुकानों में भी तोड़फोड़ की है। घटना के बाद पांकी बाजार पुलिस छावनी में तब्दील है। वहीं पाकी विधायक शशिभूषण मेहता मौके पर पहुंचकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।