निखिल हत्याकांड:कोडरमा पुलिस ने प्रशिक्षु डीएसपी समेत तीन को किया गिरफ्तार,मृतक के पिता ने डीएसपी समेत तीन पर हत्या का मामला दर्ज कराया
कोडरमा।झारखण्ड के कोडरमा जिले में शुक्रवार देर शाम सनसनीखेज घटना हुई जहां एक प्रशिक्षु डीएसपी के सर्विस रिवाल्वर से गोली चलने पर युवक की मौत हुई थी।इसी मामले में बिहार के प्रोबेशनर डीएसपी आशुतोष व उनके दोस्तों को कोडरमा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।दरअसल,बिहार के बक्सर के डीएसपी ने तिलैया डैम में दोस्तों के साथ शराब पीकर खूब मस्ती की थी। यहां डीएसपी सहित चार लोग आए थे। डैम में नहाने के दौरान डीएसपी की सर्विस रिवाल्वर से गोली चलने से एक दोस्त निखिल रंजन की मौत हो गई थी। जवाहर घाटी पुल के नीचे बरही से कोडरमा आने के दौरान दाएं फारेस्ट कार्यालय से आगे जिस स्थल पर लोगों का जुटान हुआ था, वह काफी दुर्गम, लेकिन रमणीक स्थल है। यहां किसी बाहरी का पहुंचना संभव नहीं है। बताया जाता है कि इनके साथ सूरज नामक एक स्थानीय युवक भी था, जो घटना के बाद से फरार है।
आज सुबह घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को यहां से खीरा के ताजे छिलके, प्याज, लहसुन आदि के छिलके, शराब के कई खाली बोतल,पैकेट पत्तल,पत्थर से बने चूल्हा में जली लकड़ी आदि मिले हैं। इससे स्पष्ट हो रहा है कि लोगों ने यहां पिकनिक कर फुल मस्ती की थी। उल्लेखनीय है कि करीब 15 वर्ष पूर्व इसी स्थल के समीप झुमरीतिलैया के एक युवक पिंकू मोदी की हत्या उसके ही दोस्तों ने यहां विश्वास में लेकर कर दी थी। कई दिनों के बाद पुलिस को यहां से शव मिला था। बहरहाल डीएसपी आशुतोष के संबंध में जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार उसकी नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग 56-59वीं बैच में पुलिस सेवा के लिए हुई थी।फरवरी 2021 में उन्होंने प्रशिक्षण समाप्ति के बाद बक्सर जिला के सिमरी थाना में प्रोबेशनर डीएसपी के तौर पर योगदान दिया था। कुछ दिन पूर्व ब्रह्मपुर इंस्पेक्टर थाना में योगदान दिया था। आशुतोष रोहतास जिला के छिनारी गांव का रहनेवाला है। बताया जाता है कि डीएसपी ने दो दिन पूर्व विभाग से छुट्टी ली थी। मामला हाइप्रोफाइल होने के कारण जिले के पुलिस अधिकारी इसपर ज्यादा कुछ बोलने से बच रहे हैं। जानकारी के अनुसार डीएसपी आशुतोष के पिता बिहार में सेवानिवृत्त जज हैं, वहीं दूसरी ओर मृतक निखिल रंजन के पिता बिहार के गया जिले के किसी थाना में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं।
शराब पार्टी के लिए बिहार से होता है लोगों का आना
बिहार में शराबबंदी के बाद से ही बिहार की सीमा से सटा झारखण्ड का कोडरमा जिला शराबियों का अड्डा बन गया है। यहां बिहार के विभिन्न जिलों से लोग शराब पार्टी के लिए आते हैं। यह नजारा ज्यादातर रात्रिकाल में कोडरमा स्टेशन के आसपास होटलों के सामने देखने को मिलता है। यहां बिहार नंबर की दर्जनाें वाहनें देखी जाती हैं। इन वाहनों से लोग केवल शराब पार्टी के लिए यहां आते हैं।दिन के वक्त भी जिले के पिकनिक स्पाॅट बिहार के शराबियों की आवाजाही से गुलजार रहते हैं। शुक्रवार को ही झुमरीतिलैया थाना के सुदूरवर्ती जंगली क्षेत्र स्थित वृंदाहा जलप्रपात में बिहार के नवादा व बाढ़ के दो युवक डूब गए। इनके शव निकलने के लिए गोताखोरों की टीम इसमें लगाई गई।बताया जाता है कि तीन युवकों की यह टोली भी यहां पिकनिक की मस्ती के लिए पहुंची थी।इसमें एक युवक सकुशल है।
मृतक के पिता ने लगाया हत्या का आरोप, डीएसपी समेत तीन गिरफ्तार
मामले में पुलिस ने डीएसपी समेत तीन को गिरफ्तार किया है। मामले को लेकर मृतक निखिल रंजन के पिता ऋषिदेव प्रसाद सिंह ने डीएसपी आशुतोष समेत अन्य तीन युवकों पर उनके पुत्र की गोली मारकर हत्या का आरोप लगाया है। ऋषिदेव सिंह बिहार के गया जिला के चेरखी थाना में पुलिस अवर निरीक्षक हैं। चंदवारा पुलिस को दिए आवेदन में उन्होंने कहा है कि आशुतोष कुमार उनके पुत्र के साथ पुरानी रंजिश रखता है। पूर्व में भी एक बार पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इसके कारण घरवालों को पैसा चुकाने पड़े थे।
फिर आशुतोष नए तरीके से निखिल से पैसे की मांग कर रहा था। इस कारण से निखिल परेशान रहता था। शुक्रवार को आशुतोष उसके पुत्र को बिहारशरीफ से इंगेजमेंट में ले जाने की बात कहकर घर से बुलाकर ले गया था। आवेदन में उन्होंने डीएसपी आशुतोष के अलावा सौरभ कुमार (27 वर्ष), पिता अरविंद सिंह, महावीर नगर, दशरथा पश्चिम, थाना बेऊर पटना, और सूरज कुमार, (28 वर्ष), पिता राजकुमार यादव, गिरिडीह बाइपास रोड, कोडरमा को घटना में संलिप्तता का आरोपी बनाया है। उन्होंने स्पष्ट तौर डीएसपी आशुतोष पर उनकी सर्विस पिस्टल से निखिल की गोली मारकर हत्या का आरोप लगाया है।
SMC..