झारखण्ड में एनआईए की 14 ठिकाने पर की छापेमारी,डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद
राँची।झारखण्ड में एनआईए लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में जबरन वसूली व सरकारी कार्यों में बाधा डालने के मामले में एनआईए ने 14 ठिकाने पर छापेमारी की है। एनआईए की टीम ने बुधवार को तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी की घटना में शामिल आरोपी के लातेहार, चतरा और राँची में कुल 14 ठिकाने पर छापेमारी की है।गिरफ्तार और फरार आरोपियों के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम ने डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किया है। जिन्हें जब्त कर लिया गया है।मामले में आगे की जांच जारी है।
NIA कर रही है तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी की जांच:
एनआईए लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले की जांच कर रही है. एनआईए की राँची ब्रांच ने कांड संख्या आरसी 01/ 2021 दर्ज किया है. इस मामले की जांच एनआईए के डीएसपी रैंक अधिकारी कर रहे हैं. एनआईए ने आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 353, 504, 506, 307, 427, 335, 386, 387, 120 बी 121ए और 216 शामिल है. आर्म्स एक्ट धारा 25 (1) (b), 26, 27 और 35. विस्फोटक अधिनियम की धारा 3 और 4. यूएपीए धारा 10, 13, 16 (1), 20 और 23 इसके अलावा सीएलए धारा 17 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच में यह बात सामने आयी है कि अपराधी सुजीत सिन्हा और अमन साहू ने शाहरुख और प्रदीप गंझू समेत अन्य उग्रवादियों के साथ मिलकर हत्या, जबरन वसूली और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने के लिए कई साजिश रची थी।बताया गया कि यह उग्रवादी गिरोह कोयला परिवहन क्षेत्रों में हत्या और आतंक पैदा करने के लिए एके-47 सहित कई अत्याधुनिक स्वचालित हथियार खरीद रहा है. धनबाद और राँची के जेलों से इन नापाक हरकतों को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी. इस मामले में एनआईए ने बीते पांच अगस्त को 17 आरोपियों के ऊपर आरोप पत्र दायर किया है।
अपराधियों ने पांच वाहनों में की थी आगजनी:
18 दिसंबर 2020 की देर शाम लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया था।हथियारबंद अपराधियों ने सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रक और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया था. इसके अलावा अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया था. इस घटना की जिम्मेवारी अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के प्रदीप गंझू ने लिया था।