साइबर ठगी का नया तरीका : एग्रीकल्चर अफसर बन पीएम किसान योजना के तहत पैसे ट्रांसफर करने के नाम पर एचईसी निवासी के खाते से उड़ा लिए 58552 रुपए
● फोन करने वाले ने खुद को सिवान बिहार का एग्रीकल्चर ऑफिसर बताया और एचईसी स्थित रहने वाले अखिलानंद ओझा से ले ली उनके खाते की पूरी जानकारी
राँची।साइबर अपराध करने का तरीका हर दिन बदल रहा है। साइबर अपराधी दिन ब दिन नए तरीके ढूंढ रहे है ताकि लोग उन्हें पकड़ नहीं सके और उनका धंधा चलता रहे। इस बार साइबर अपराधियों ने पीएम किसान योजना की राशि ट्रांसफर करने के नाम पर जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले अखिलानंद ओझा से 58552 रुपए की ठगी कर ली। घटना पांच सितंबर की है। इस संबंध में अखिलानंद ओझा ने जगन्नाथपुर थाने में ठगी करने वाले मोबाइल नंबर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार उनको पांच सितंबर की शाम 5.15 बजे एक अनजान फोन नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने उन्हें कहा कि वह बिहार के सिवान जिले का एग्रीकल्चर ऑफिसर बोल रहा है। पीएम किसान योजना के तहत उनके खाते में पैसे ट्रांसफर करना है। फोन करने वाले ने उनके एटीएम का नंबर मांगा। उसने यह भी कहा कि उनके खाते में पीएम किसान योजना की राशि पेंडिंग है। चूंकि अखिलानंद ओझा का बिहार के सिवान में भी बैंक खाता है इसलिए वे समझ नहीं पाए कि साइबर अपराधी ने उन्हें फोन किया है और पैसे ठगने के लिए उनका एटीएम कार्ड का नंबर मांग रहा है। फोन करने वाले ने खुद को कई बार कहा कि वह सिवान का एग्रीकल्चर ऑफिसर बोल रहा है। उसने अपना नाम रंजीत कुमार बताया। फिर उसने कई बार उनसे ओटीपी नंबर पूछा। लगातार ओटीपी पूछे जाने पर अखिलानंद को उसपर शंका हुई और उन्होंने अपने बैंक मैनेजर को फोन किया। तब उन्हें जानकारी मिली की उनके खाते से 58,552 रुपए की निकासी कर ली गई है। इसके बाद उन्होंने अपने बैंक मैनेजर को भी उचित कार्रवाई करने को कहा और जगन्नाथपुर थाने में आठ सितंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई।
जिस नंबर से फोन किया गया वह शेख महबूब शेख के नाम पर
सिवान का एग्रीकल्चर ऑफिसर बनकर जिस नंबर से रंजीत कुमार ने अखिलानंद ओझा को फोन किया वह 930-935243 था। जिसकी जांच की गई तो पता चला कि वह किसी मेहबूब शेख के नाम पर सेभ है। पुलिस मामला दर्ज कर उक्त मोबाइल नंबर की जांच कर रही है कि वह कहा का है और किसने नाम पर निबंधित है। ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।