लोहरदगा हिंसा: सीएए के समर्थन में निकाले गए जुलूस पर हुए पथराव में घायल नीरज प्रजापति की रिम्स में हुई मौत
रांची: लोहरदगा में बीते 23 जनवरी को सीएए के समर्थन में निकाले गये तिरंगा यात्रा के दौरान हुए हिंसक झड़प में घायल लोहरदगा के रहने वाले नीरज राम प्रजापति की सोमवार को रिम्स रिम्स में ईलाज के दौरान मौत हो गई.बता दे कि जिला मुख्यालय लोहरदगा में सीएए के समर्थन में निकली रैली पर एक गुट के द्वारा किए गए पत्थरबाजी में करीब 25 से अधिक लोग घायल हो गए थे और माहौल तनावपूर्ण माहौल हो गया था.शहरी क्षेत्र में आगजनी, तोड़फोड़ और बवाल की घटनाएं हुई और उपद्रवियों के द्वारा कई वाहनों को आग लगा दिया गया था इसके अलावा कई दुकानों और घरों में भी अगजनी की गयी थी.विवाद बढ़ने के बाद जिला प्रशासन की ओर से कर्फ्यू की घोषणा कर दी गयी थी.
एक समुदाय के लोगो ने किया था जुलूस पर पथराव:-
जिला मुख्यालय लोहरदगा में बीते 23 जनवरी को सीएए के समर्थन में निकली रैली जैसे ही जामा मस्जिद के आगे निकला, वैसे ही पत्थरबाजी शुरू हो गयी. इसके बाद विवाद बढ़ गया और देखते ही देखते पुलिस के कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की गयी.यहां तक कि एसपी प्रियदर्शी आलोक को भी निशाना बनाने का प्रयास किया गया. एसपी को बचाने के चक्कर में उनके कई अंगरक्षक और पुलिस के जवान भी घायल हुए थे.इसके अलावे जुलूस में शामिल कई महिलाएं, पुरुष और अन्य लोग भी घायल हुए थे.पथराव के बाद दाे पक्षाें में भिड़ंत हाे गई.दाे घंटे तक शहर उपद्रवियाें के कब्जे में रहा. उपद्रवी तत्वाें ने 18 दुकानाें काे आग के हवाले कर दिया.80 बाइक, चार पिकअप वैन और एक ट्रक फूंक दिया पुलिस के तीन वाहनाें में ताेड़फाेड़ की गई थी.
100 लोगों को हिरासत में लिया गया है:-
सीएए के समर्थन में निकली रैली के दौरान हुए हिंसक झड़प के पांचवें दिन सोमवार को प्रशासन की ओर से दो घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई थी.इसके बाद दवा दुकानों पर सर्वाधिक भीड़ देखी गई.लोग अपनी जरूरत के सामान खरीदने के लिए दुकानों पर जमे हैं थे.पुलिस भी पूरी मुस्तैदी से लोगों और भीड़-भाड़ को संभालने में जुटी थी. जानकारी के मुताबिक हिंसा के मामले में अब तक 100 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.