बीमार बन रिम्स में नक्सली-अपराधी मस्त,सुरक्षाकर्मी अपनी ड्यूटी करने के बजाए लूडाे खेलने व घुमने में व्यस्त….

–भागते रहाे कैदी …. साे रहे हैं राँची में बैठे पुलिस अधिकारी व जवान

–चेन स्नैचर भागने के बाद भी नहीं खुली बरियातू पुलिस की नींद,वार्ड में बे-परवाह दिखे सुरक्षा में तैनात जवान

राँची।इलाज के नाम पर जेल से आकर रिम्स में भर्ती हाेने वाले नक्सली-अपराधी खूब माैज कर रहे हैं। सुरक्षा के नाम पर वहां तैनात किए गए पुलिसकर्मी लापरवाह बने हुए हैं। लापरवाह बने भी क्याें नहीं। राजधानी में बैठे पुलिस अधिकारी ही जब साे रहे हैं। रिम्स में भर्ती इलाजरत कैदियाें की सुरक्षा का जायजा लेने के लिए कभी काेर्ई पुलिस अधिकारी नहीं जाते। हद ताे यह है कि चंद कदमाें की दूरी पर स्थित थाने से थानेदार भी रिम्स पहुंचकर कैदियाें की सुरक्षा सुनिश्चित कराना उचित नहीं समझते। जब काेई घटना हाेती है ताे वरीय अधिकारी वहां पहुंचकर निर्देश देते हैं लेकिन कभी उसका पालन नहीं हाेता।पुलिस अधिकारियाें-पदाधिकारियाें की लापरवाह रवैया हाेने की वजह से ही रिम्स में भर्ती कैदियाें की सुरक्षा में तैनात जवान बेफिक्र हाेकर ड्यूटी के नाम पर समय काटते हैं। सुरक्षाकर्मी खूद की ड्यूटी छाेड़कर नक्सली व अपराधी के परिजनाें काे साथ बैठाकर लूडाे खेलने और जहां-तहां घूमने में व्यस्त रहते हैं। कैदी काे जब भी मन करता है, वहां से फरार हाे जाता है जिसके बाद पुलिस डंडा पीटते रह जाती है। ऑर्थो वार्ड से शातिर चेन स्नैचर मो. शाकिब उर्फ देबा काे भागने के अगले दिन जब रिम्स के अलग-अलग वार्ड में पड़ताल किया ताे नक्सली-कैदी आराम करते दिखे। राज्य के अलग-अलग जिला से इलाज के नाम पर कैदी काे रिम्स में ताे भर्ती कराया गया है लेकिन वह उनके लिए आरामगाह बना हुआ है।

इन तीन कैदियाें को देखकर समझिए…. कैसे रिम्स में माैज कर रहे नक्सली व अपराधी –

1.सर्जरी विभाग में 15 दिनाें से भर्ती 5 लाख का इनामी नक्सली संताेष भुईयां उर्फ संतु:हजारीबाग ओपन जेल से इलाज के लिए 15 दिनाें पहले रिम्स स्थित प्रोफेसर डॉ.शीतल मलुवा के वार्ड में नक्सली संताेष भुईयां उर्फ संतु काे भर्ती कराया गया है।उनके सुरक्षा में 2 जवान तैनात किए गए हैं लेकिन एक जवान गायब रहते हैं जबकि दूसरा लूडाे खेलने में व्यस्त। संताेष भुईयां जब चाहे सुरक्षाकर्मी काे झांसा देकर वहां से फरार हाे सकता है। नक्सली संताेष के हाथ में न ताे हथकड़ी लगाया गया है और ना ही सजगता से जवान अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। इलाज के नाम पर संताेष अपने परिजनाें के साथ रिम्स में शरण ले रखा है। नक्सली के परिजनाें के साथ ही जवान लूडाे खेलने व भ्रमण करने में व्यस्त रहता है।     

जानिए ….काैन है संताेष उर्फ संतू : पलामू जिले के नवडीहा बाजार के सियरभोंका निवासी संताेष भुईयां उर्फ संतु का बुढा पहाड़ पर आतंक था। पलामू इलाके में उनके नाम से लाेग कांपते थे। राज्य सरकार ने संताेष पर 5 लाख का इनाम रखा था जिसके बाद वह 17 अप्रैल काे पलामू में आईजी राज कुमार लकड़ा और एसपी चंदन सिन्हा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद से उसे हजारीबाग ओपन जेल में रखा गया है।

2.मेडिसिन विभाग में 25 दिनाें से भर्ती चितरंजन सिंह की पत्नी अभिलाषा देवी:हाेटवार जेल से 25 दिनाें पहले इलाज के लिए रिम्स स्थित मेडिसिन विभाग में अभिलाषा देवी काे भर्ती कराया गया है। अभिलाषा के ब्लड प्रेशन में ज्यादा उतार-चढ़ाव के बाद डाॅक्टराें ने जेल से रिम्स रेफर कर दिया था। अभिलाषा की सुरक्षा में एसआईआरबी के 2 महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं। हालांकि दाेनाें महिला पुलिसकर्मी कैदी अभिलाषा पर नजर रखने के बजाए माेबाइल पर गेम खेलने और इधर-उधर भ्रमण करने में व्यस्त रहती है। ऐसे में अभिलाषा देवी वहां से कभी भी फरार हाे सकती है।

जानिए …. काैन है अभिलाषा देवी:14 सितंबर काे दिनदहाड़े कांके ब्लाॅक चाैक पर जमीन काराेबारी अवधेश यादव काे 6 गाेली मारवाने वाला शातिर बिल्डर सह जमीन काराेबारी चितरंजन सिंह की पत्नी है अभिलाषा देवी। चितरंजन के पटना स्थित बेउर जेल जाने के बाद गिराेह का बागडाेर अभिलाषा ही संभाल रही थी। शूटर काे एडवांस देने के लिए अभिलाषा ने ही पैसा दिया था। इसके बाद राँची पहुंचने पर शूटराें के रहने और खाने की व्यवस्था अभिलाषा देवी ने खूद कराई थी। काफी मशक्कत के बाद अभिलाषा काे गिरफ्तार कर कांके पुलिस 20 नवम्बर काे जेल भेजी है।

3.मेडिसिन विभाग में 15 दिनाें से भर्ती तुफाजुल शेख:साहेबगंज जेल से 15 दिनाें पहले रिम्स स्थित मेडिसिन विभाग पहुंचा तुफाजुल शेख काे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। फेफड़े में परेशानी के बाद साहेबगंज जेल से उसे रिम्स लाया गया है। तुफाजुल की सुरक्षा में साहेबगंज जिला से हवलदार फरेबी कुमार और जवान बाबू शरण मुर्मू काे लगाया गया है। हवलदार फरेबी कुमार सुरक्षा में ताे तैनात हैं लेकिन वे सजग नहीं हैं। कैदी अपने पास कैंची रखा है जिससे वह कभी भी खूद या जवान काे क्षति पहुंचा सकता है। जेल मैनुअल के अनुसार कैदी के पास कैंची नहीं हाेना चाहिए। यह जांच का विषय है कि आखिर कैदी के पास कहां से कैंची आया और उसने क्याें अपने पास रखा है। सुरक्षा में लगाए दूसरे जवान बाबू शरण मुर्मू दिनभर रिम्स से गायब रहते हैं। कैदी के साथ उसकी पत्नी सुलेखा बीबी भी रहती है जाे जेल मैनुअल का उल्लंघन है।

जानिए …. काैन है तुफाजुल शेख :मारपीट के मामले में उसे गिरफ्तार कर साहेबगंज जेल भेजा गया था। हालांकि कुछ दिनाें बाद ही जमानत पर छूटने के बाद वह काेर्ट में तारीख पर पहुंचना भी बंद कर दिया। काेर्ट से रिमाइंडर मिलने के बाद भी वह हाजिर नहीं हुआ। इसके बाद तुफाजुल के खिलाफ वारंट जारी किया। काेर्ट से वारंट मिलने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया। हालांकि अब वह रिम्स में अपनी पत्नी के साथ आराम फरमा रहा है।