Jharkhand:चुनाव आयोग ने देवघर उपायुक्त को तुरंत हटाने का आदेश राज्य सरकार को दिया,भविष्य में आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री किसी भी चुनाव ड्यूटी संबंधित कार्यों में नहीं लगाए जाएंगे

राँची।झारखण्ड में देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को तुंरत हटाने का आदेश चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को दिया है। इसके साथ ही आयोग ने निर्देश दिया है कि भविष्य में आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री किसी भी चुनाव ड्यूटी संबंधित कार्यों में नहीं लगाए जाएंगे।

देवघर डीसी पर यह कार्यवाही भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा केंद्रीय निर्वाचन आयोग को किए गए शिकायत के आलोक में की गई है।सांसद निशिकांत ने शिकायत का यह कारण किया था कि उनके खिलाफ देवघर जिले के विभिन्न थानों में पांच एफआईआर दर्ज की गई थी. ये एफआईआर देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर हुई थी। मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग ने भजंत्री को इस पद से हटा दिया था। लेकिन, झामुमो की जीत के बाद उन्हें फिर ये जिम्मेदारी वापस दे दी गई थी।श्री दुबे के खिलाफ देवघर के नगर, मधुपुर, देवीपुर और चितरा थाने में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे।

बता दें मधुपुर उपचुनाव के दौरान देवघर डीसी रहते मंजूनाथ भजंत्री पर भाजपा नेताओं ने पक्षपात करने का आरोप लगाया था।इसके बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है।भाजपा नेताओं ने देवघर डीसी के खिलाफ पक्षपात का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त को संबोधित करते हुए एक ज्ञापन राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रविकुमार को सौंपा था।

इधर सोमवार को राज्य सरकार को दिये गए आदेश में चुनाव आयोग ने कहा है कि देवघर डीसी को सांसद पर एफआईआर करने से पहले पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपनी चाहिए थी, जो उन्होंने नहीं सौंपी. इससे साफ पता होता है कि कार्रवाई पक्षपातपूर्ण तरीके से की गई है।

देवघर उपायुक्त पर हुए इस कार्रवाई पर सांसद निशिकांत दुबे ने भी ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि ”
“सत्यमेव जयते” मेरे ख़िलाफ़ साज़िश के तहत ग़लत केस करने के कारण चुनाव आयोग ने देवघर उपायुक्त को हटाने का फैसला किया. अब वर्तमान उपायुक्त बिना चुनाव आयोग के आदेश के दूसरे जिला के उपायुक्त भी नहीं बन पाएंगे. इसके अलावा उनके ऊपर अति विशिष्ट दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।