झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री लड्डू और फूल से तौलाते रहे, जाम में फंसे मरीज मरीज मरते रहे
जमशेदपुर: झारखंड में कांग्रेस कोटे से मंत्री बने बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभालने के बाद पहली बार अपने चुनाव क्षेत्र जमशेदपुर पहुंचे. स्वास्थ्य मंत्री के स्वागत में जमशेदपुर के कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और अपने प्रिय नेता को पलकों पर बिठा लिया. स्वास्थ्य मंत्री के स्वागत ने पूरे शहर की रफ्तार रोक दी.
इधर मंत्री जी लड्डू से तौले जा रहे थे, उधर जाम में फंसे मरीज मर रहे थे
जहां मंत्री के समर्थक आतिशबाजी में व्यस्त रहे वहीं इस महा जाम में आधा दर्जन एंबुलेंस मरीजों को लेकर परेशान रही मानगो गोलचक्कर के पास गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. एक तरफ मंत्री के स्वागत में उन्हे लड्डू से तौला. दूसरी तरफ एंबुलेंस में फंसे मरीज अपने जान की लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन स्वागत के उन्माद में जनता और मंत्री के समर्थक यह भूल गए कि सड़क पर आम लोगों के साथ मरीज भी चलते हैं. इस जाम की वजह से दो मरीज की मौत हो गई. मंत्री के समर्थक और कार्यकर्ता यह भूल गए कि इससे आम लोगों को क्या परेशानी हो रही है.
एंबुलेंस चालक ने कहा किसी ने एक नहीं सुनी
एंबुलेंस चालक खालिद खान ने बताया कि एमजीएम अस्पताल से तापस नाम के मरीज को गंगा मेमोरियल अस्पताल ला रहा था। मानगो पुल के पास जाम में एंबुलेंस लगभग डेढ़ घंटे तक फंसी रही। एंबुलेंस को बाहर निकालने के लिए कई बार प्रयास किया। किसी ने नहीं सुनी। एंबुलेंस में ही मरीज की मौत हो गई। जबकि मैं मरीज की हालत की दुहाई देता रहा।
सरायकेला का रहने वाला था मृतक तापस
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का काफिला शहर में सुबह 11 बजे प्रवेश किया। जगह-जगह स्वागत होते हुए मानगो में करीब 1.30 बजे पहुंचा। स्वागत के लिए भीड़ इतनी अधिक उमड़ी कि पूरे मानगो में जाम लगा रहा। सड़क पर आतिशबाजी भी जलाई जा रही थी। इस जाम में पांच एंबुलेंस डिमना और पारडीह रोड पर फंसी रहीं। इससे सरायकेला निवासी तापस की मौत हो गई। उसे 108 एंबुलेंस से एमजीएम अस्पताल लाया गया था। अस्पताल से उसे गंगा मेमोरियल अस्पताल भेजा जा रहा था। लगभग एक घंटे तक एंबुलेंस जाम में फंसी रही। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। कुछ देर तक हंगामा भी हुआ। इसके अलावे डिमना चौक पर भी एंबुलेंस फंसी रही।