झारखण्ड:आतंक का पर्याय रहे,10 लाख के इनामी नक्सली जोनल कमांडर जीवन कंडुलना ने राँची पुलिस के समझ हथियार के साथ किया आत्मसमर्पण
राँची।झारखण्ड में भाकपा माओवादी संगठन के जोनल कमांडर का आत्मसर्पण।राज्य के खूंटी,सरायकेला,चाईबासा और आसपास के इलाकों में आतंक का पर्याय रहे दस लाख का इनामी नक्सली जीवन कंडुलना ने राँची पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।आज राँची पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा और डीसी छवि रंजन के समक्ष जीवन कंडुलना ने आधिकारिक रूप से हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर दिया।बताया गया की खूंटी जिले के रनिया का रहने वाला जीवन कंडुलना भाकपा माओवादी संगठन में जोनल कमांडर था।राज्य के विभिन्न थानों में जीवन कंडुलना पर 72 मामले दर्ज हैं।
नक्सली जीवन कंडुलना ने एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के पहल पर आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।ऐसे कंडुलना ने एक सप्ताह पूर्व ही राँची पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था।लेकिन आज आधाकारिक रूप से आत्मसमर्पण किया है।आत्मसमर्पण के समय जीवन कंडुलना की पत्नी और बच्चे भी उपस्थित थे।गौरतलब है कि सारंडा के जंगली इलाके में जीवन ने रेड कोरिडोर बना रखा था।जीवन कंडुलना को झारखण्ड पुलिस के अलावा ओडिशा पुलिस भी तलाश कर रही थी। कुछ दिन पहले इसकी तलाश में झारखण्ड और ओडिशा पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन भी चलाया था।जानकारी के मुताबिक करीब एक महीने पहले जीवन कंडुलना के पोड़ाहाट जंगल में होने की सूचना के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया था।उस समय वह फरार हो गया था।
माओवादी संगठन को लगा बड़ा झटका:
बता दे कि अक्टूबर 2020 में बोयदा पाहन के सरेंडर करने के बाद से ही सरेंडर करने की तैयारी में था और जीवन के बारे में बताया जा रहा है कि वह पुलिस के संपर्क में रह रहा था।जीवन के सरेंडर से चाईबासा इलाके में सक्रिय माओवादी दस्ते को बड़ा झटका लगा है।
जीवन कंडुलना के आत्मसमर्पण करने के दौरान उपायुक्त श्री छवि रंजन ,एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा के अलावा ग्रामीण एसपी नौशाद आलम,सिटी एसपी,बुंडू एसडीपीओ,बेड़ो डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मी उपस्थित थे।उपायुक्त ने सरेंडर नीति के तहत 2 लाख का चेक सौंपा।