Jharkhand:पाकुड के तत्कालीन एसपी की हत्या में शामिल 10 लाख का इनामी नक्सली सुधीर किस्कू गिरफ्तार,भारी मात्रा में हथियार बरामद.
गिरिडीह।झारखण्ड में पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या में शामिल माओवादी लीडर सुधीर किस्कू को दबोचने में गिरिडीह पुलिस को कामयाबी मिली है। सुधीर पर भी दस लाख का इनाम है। संतालपरगना में लाल सलाम का नारा लगाने वाला दस लाख का इनामी प्रशांत मांझी एवं उसकी पत्नी प्रभा दी उर्फ जया को भी पकडऩे में पुलिस कामयाब रही है। प्रशांत एïवं सुधीर की निशानदेही पर गिरिडीह से एके 47 एवं कारबाइन की बरामदगी हुई है। दस-दस लाख रुपये के दो इनामी नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली सकते में हैं।
फिलहाल गिरफ्तारी के सवाल पर पुलिस माैन
पुलिस दोनों गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ के आधार पर ताबड़तोड़ छापेमारी और कार्रवाई कर रही है। इसमें पुलिस को सफलता मिल रही है। तीनों माओवादियों से पूछताछ के बाद दुमका जिले के काठीकुंड एवं शिकारीपाड़ा से सात असलहे मिले हैं जिनमें इंसास भी शामिल है। डेटोनेटर एवं गोलियां भी पुलिस को मिली है। शिकारीपाड़ा के बांस पहाड़ी एवं धर्मपुर से भी चार माओवादी कैडर एवं समर्थकों को उठाया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।वहीं गिरिडीह या दुमका पुलिस तीनों माओवादियों को पकडऩे के बाबत कुछ बोलने से परहेज कर रही है।इधर पारसनाथ की पहाडिय़ों में भी तीनों माओवादी सक्रिय रहे हैं। उनसे पारसनाथ में भी माओवादियों के ठिकानों के बाबत पूछताछ के बाद छापामारी की गई है।
छापामारी अभियान खत्म होने के बाद पुलिस करेगी गिरफ्तारी की घोषणा
गिरिडीह के माओवादी लीडरों ने भी संतालपरगना में संगठन की कमान संभाली है। सिर्फ ताला मरांडी ऐसा कमांडर था जो संतालपरगना का रहने वाला था। तत्कालीन एसपी वाईएस रमेश ने 13 जनवरी 2019 को छतोपाड़ा के जंगल में ताला मरांडी को मुठभेड़ में मार गिराया था। ताला मरांडी की मौत के बाद संतालपरगना में सक्रिय 12 माओवादियों ने सरेंडर किया था। इसके बाद प्रशांत मांझी, सुधीर किस्कू एवं प्रभा दी ने संतालपरगना में कैडरों को संगठित करना शुरू किया था। इसी बीच प्रशांत मांझी एवं प्रभा दी उर्फ जया गिरिडीह पुलिस के चंगुल में आ गए। सुधीर किस्कू भी पकड़ा गया। और भी कई माओवादियों के पकड़े जाने की बात सामने आई है। फिलहाल पुलिस माओवादी लीडरों से कड़ी पूछताछ कर उनके और साथियों को दबोचने एवं हथियारों की बरामदगी में जुटी हुई है। ऑपरेशन पूरा होने के बाद गिरिडीह एवं दुमका पुलिस मिल कर इनामी माओवादियों की गिरफ्तारी की अधिकृत घोषणा करेगी।