Ranchi:जबरन घर से उठाने के मामले में पुलिस ने किया इंकार,कहा-अज्ञात लोगों के ऊपर किया जायेगा अपहरण का मामला दर्ज
राँची।जिले के अनगड़ा थाना क्षेत्र के रहने वाले राहुल बेदिया ने अपने परिवार के सदस्यों के राँची पुलिस द्वारा उठा कर ले जाने और इसकी जानकारी नहीं देने का आरोप लगाते हुए झारखण्ड हाईकोर्ट में हेवियस कॉप्स याचिका दायर की है।इस मामले में अनगड़ा थाना प्रभारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि राहुल बेदिया के परिवार वाले को एक मामले में जानकारी लेने के लिए पूछताछ के लिए बुलाया गया था।जिसके बाद बच्ची को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया और 16 अगस्त को सभी को छोड़ दिया गया था इसको लेकर पीआर बांड पर स्वतंत्र गवाह और परिजनों से भी लिखवाया गया था इसी दौरान 17 अगस्त की सुबह को ग्रामीणों ने राहुल बेदिया के परिवार वाले को कहीं जाते भी देखा,लेकिन वो कहां है इसका कोई पता नहीं चल पाया है।इस मामले में पुलिस अज्ञात लोगों के ऊपर अपहरण का मामला दर्ज करेगी।
क्या है मामला
राहुल बेदिया के द्वारा ऑनलाइन दर्ज कराए गए याचिका में कहा गया था कि,मैं राहुल बेदिया राँची जिला के अनगड़ा थाना क्षेत्र स्थित जराडीह गांव का रहने वाला हूं।वर्तमान में मैं तमिलनाडु में हूं।मुझे बताया गया कि कुछ अज्ञात पुलिस अधिकारियों ने मेरे घर में अवैध रूप से प्रवेश किया, और घर के परिसर में घुसकर अधिकारियों ने मेरे परिवार के सदस्यों को जबरन बाहर निकाला और पड़ोसियों के सामने उनकी जाति का नाम बता कर गाली गलौज और अपमान किया, और कहा कि आप लोग निचली जाति के हैं, और अगर आप हमारी बात नहीं मानोगे तो बंद कर पुलिस अभिरक्षा में रखा जाएगा. मेरे पिता शिवलाल बेदिया, बहन पुष्मनी, भाभी सिपोती देवी, भतीजा आयुष बेदिया, और मेरी भतीजी अनीशा को पुलिस थाना ले गए और उन्हें अवैध रूप से थाने में बंद कर दिया गया मेरा परिवार कानून का पालन करने वाला है, और अगर कानून की उचित प्रक्रिया का पालन किया जाता है, यह समन जारी किया जाता है।तो वह सहयोग करता अभी तक मुझे गिरफ्तारी के कारणों की जानकारी नहीं है। पुलिस मुझे उनसे दूरभाष पर बात करने को तैयार नहीं है।उन्होंने अपने कार्यों को सही ठहराने के लिए कोई कारण नहीं बताया या हमें कोई सूचना नहीं दी. यह कार्रवाई राजनीतिक से प्रेरित लगती है।और उन्हें मानसिक तनाव के अधीन किया जा रहा है.पुलिस ने सुनील तिवारी के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराने की मांग की है।सुनील तिवारी और उनके परिवार के सदस्य मेरे छोटे भाई बहन को बचपन से ही शिक्षा प्रदान करते रहे हैं। यहां तक कि मुझे उनके द्वारा दसवीं कक्षा तक शिक्षा प्रदान की गई। उसके बाद नौकरी के लिए चेन्नई चला गया।मुझे संदेह है कि पुलिस अवैध तरीके का सहारा ले रही है।और मेरे परिवार के सदस्यों के पर गंभीर खतरा है।
परिजन घर आए या नहीं हमे पता नहीं: राहुल बेदिया:
इस मामले में ऑनलाइन शिकायत करने वाले राहुल बेदिया से उनके परिजन घर आए या नहीं इससे संबंधित जानकारी लेने लिए फोन किया गया तो उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है मैं बाहर हूं।