Ranchi:काला दिवस मनाने सैकड़ों की संख्या में बेरोजगार युवा पहुंचे थे मोरहाबादी,इन्हें रोकने में पुलिस के छूटे पसीने,घंटो हुआ प्रदर्शन

राँची।झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आज जन्मदिन है।वहीं राज्य के सैकड़ों युवा काला दिवस के रूप में मना रहे है।इसके लिए राज्य भर से युवा राँची के मोरहाबादी मैदान में जुटे थे।जिसमें पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ,जेपीएससी जेटेट,टीजीटी जिला सहायक पुलिस,अनुबंध कर्मी होमगार्ड झारखण्ड,सहित दर्जनों संगठन द्वारा एक जुटता के साथ अपनी मांगों को लेकर राँची के मोरहाबादी मैदान के समीप बापू वाटिका के समक्ष जोरदार आंदोलन किया गया।मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका में सैकड़ों बेरोजगार छात्र,छात्राओं,पंचायत सेवक कर्मियों सहित कई संगठनों ने आज खुला विरोध सरकार के खिलाफ किया है।

इस दौरान पुलिस की पूरी तरह से मुस्तैद है। सभी बेरोजगार छात्र हेमंत सोरेन मुर्दाबाद, जब-जब छात्र बोला है तब तक सरकार का राज सिंहासन डोला है,का नारा लगा रहे थे। छात्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने चुनाव के पहले जितना भी वादा रोजगार को लेकर किया था, वह पूरी तरह से गलत साबित हुआ है। सरकार ने अभी तक नियुक्ति को लेकर कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 2021 को नियुक्ति साल घोषित कर चुके हैं।लेकिन साल खत्म होने को है, किसी भी तरह की नियुक्ति प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं की नहीं की गई है।

वहीं अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचने के लिए निकले आंदोलनरत अभ्यर्थियों को प्रशासन ने बापू वाटिका के समक्ष ही रोक दिया गया। जिस कारण अभ्यर्थियों और प्रशासन के बीच लंबे समय तक संघर्ष हुई।वही दोनो के बीच धक्का मुक्की के बीच दो अभ्यर्थी घायल हो गए।जिन्हें अस्पताल ले जाया गया।वही प्रदर्शन कर रहे युवाओं द्वारा घंटो सड़क पर डटकर प्रदर्शन करते रहे।सभी प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शकारियों यहां से मुख्यमंत्री हाउस या गवर्नर हाउस की तरफ कूच करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस इन्हें मोरहाबादी मैदान में ही रोक कर रखी।सैकड़ों की संख्या में युवा मोरहाबादी के बापू वाटिका के पास जमे रहे।

पुलिस छावनी में तब्दील

वहां से आगे न बढ़ पाएं इसके लिए पूरे मोरहाबादी मैदान को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मोरहाबादी मैदान में अलग-अलग संगठनों के छात्र जमा हुए थे और उनकी जिद था कि वह मुख्यमंत्री आवास घेरने जाएंगे। लेकिन दूसरी तरफ पुलिस किसी भी कीमत पर उन्हें मोरहाबादी मैदान से बाहर जाने की इजाजत नहीं दे रही थी।

कई डीएसपी और थानेदार ने मोर्चा संभाले हुए थे

मोरहाबादी मैदान में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए करीब आधा दर्जन डीएसपी और कई थानेदार मोजुद थे।जिसमें सिटी डीएसपी दीपक कुमार,सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार,बुंडू एसडीपीओ अजय कुमार ,सिल्ली डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेटा सहित लालपुर,कोतवाली,सदर,सुखदेवनगर,लोअर बाजार, महिला थाना प्रभारी सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थे।वहीं कई अंचल के सीओ और मजिस्ट्रेट तैनात थे।

प्रदर्शन कर रहे संगठनों में जानकारी अनुसार छठी JPSC के छात्र नेता, पंचायत अभ्यर्थी, कुछ छात्र नेता, JPSC अभ्यर्थी के कुछ नेता , JAP अभ्यर्थी समेत अन्य संगठनों के नेता भी विरोध कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। ये स्थानीय नीति लागू करने, 5 लाख युवाओं को नौकरी के साथ-साथ बेरोजगारी भत्ता समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

छात्रों के प्रदर्शन को लेकर राँची पुलिस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी। यही वजह है कि प्रदर्शन की भनक मिलते हैपूरे मोरहाबादी मैदान को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।दमकल के वाहनों के साथ-साथ बज्र वाहन भी मोरहाबादी मैदान में तैनात कर दिए गए थे।राँची पुलिस लाइन से 200 से अधिक जवान मोरहाबादी मैदान और सीएम आवास के आसपास तैनात किए गए हैं।