पत्नी की तत्परता से पुलिस ने अपहृत व्यक्ति को किया सकुशल बरामद,उधार के पैसों के लिए हुआ अपहरण,एक महिला सहित पांच गिरफ्तार….

जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर में पत्नी की तत्परता से अपहृत पति को पुलिस ने चार घंटे के अंदर ही सकुशल बरामद कर लिया। इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की एक महिला समेत पांच अपराधियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हालांकि पूरा मामला पैसे लेने-देने का बताया जा रहा है।सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।ये जानकारी शुक्रवार को एसएसपी ने प्रेसवार्ता में दी।

दरअसल,जमशेदपुर के बिरसानगर थाना क्षेत्र के जोन नंबर 1 निवासी आशा दास ने 29 फरवरी को बिरसानगर पुलिस को सूचना दी कि उनके पति निरंजन दास का अपहरण कर लिया गया है। इस शिकायत के आधार पर एसएसपी के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया।शिकायत के चार घंटे बाद ही पुलिस ने अपहर्ताओं को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बाघमुंडी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया और निरंजन को बरामद कर लिया।

इस मामले को लेकर एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि बिरसानगर जोन नंबर एक निवासी निरंजन दास का अपहरण कर लिया गया था। निरंजन की पत्नी आशा ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर जांच शुरू की। जांच के दौरान अपहरण के चार घंटे के अंदर पुरुलिया पुलिस की मदद से निरंजन को बरामद कर लिया गया।इस मामले के मास्टर माइंड पुरुलिया जिले के बाघमुंडी निवासी डॉ. उर्फ चमन खान, सुदीप राय, तपन रजक, करुणा रजक और विकास सिंह मुरा थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से आठ मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल की गई कार समेत अन्य सामान बरामद किया गया है।

एसएसपी के मुताबिक, चमन खान ने पुरुलिया में अयोध्या पहाड़ी के पास एक रिसॉर्ट बनाने की योजना बनाई थी।जब उसके पास पैसे नहीं थे तो उसने कई लोगों को पैसे दोगुना करने का लालच देकर लाखों रुपये की फंडिंग जुटाई।कई लोग पैसे वापस मांगने लगे लेकिन वह लोगों के पैसे नहीं लौटा पा रहा था। इसी बीच उसने लोगों को बताया कि उसने निरंजन दास को 20 लाख रुपये दिये थे, लेकिन निरंजन पैसे नहीं लौटा रहा है। उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर निरंजन के अपहरण की योजना बनाई ताकि वह उससे पैसे ले सके।वे शहर पहुंचे और निरंजन को कार में बैठाकर ले जाने लगे।हालांकि, पूछताछ में पता चला कि निरंजन ने सिर्फ एक लाख रुपये लिये थे, जिसे वह लौटा रहा था।

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