नशे में धुत सरकारी कर्मचारी को अपने सीनियर अधिकारी से गाली-गलौज करना पड़ा भारी, हुआ निलंबित
पाकुड़।झारखण्ड के पाकुड़ में अपने सीनियर अधिकारी के साथ गाली-गलौज और अभद्र भाषा का प्रयोग करना, वह भी व्हाट्सएप ग्रुप में, जनसेवक को महंगा पड़ गया।उप विकास आयुक्त ने गाली-गलौज और अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले जनसेवक को निलंबित कर दिया और प्रखंड मुख्यालय में पदस्थापित कर दिया।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार हिरणपुर प्रखंड के जनसेवक प्रभात रंजन को चेकनाका में ड्यूटी दी गयी थी।वह शराब के नशे में सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप चेकनाका में अंचलाधिकारी से बात करने लगे। व्हाट्सएप ग्रुप चेकनाका में अभद्र भाषा का प्रयोग, गाली-गलौज, सरकारी कार्य में दबंगई और सेवा आचार संहिता के विपरीत व्यवहार करने की शिकायत अंचलाधिकारी ने डीसी को दी।
डीसी ने मामला डीडीसी के पास भेजा। जिसके बाद जनसेवक प्रभात रंजन द्वारा किये गये दुर्व्यवहार के कारण डीडीसी शाहिद अख्तर ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर प्रखंड मुख्यालय में पदस्थापित कर दिया।शराब के नशे में अपने वरीय अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने की कार्रवाई से उन कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है जो ड्यूटी के प्रति लापरवाह हैं और अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हैं।
बताया गया कि निलंबन अवधि के दौरान बायोमेट्रिक उपस्थिति विवरणी के आधार पर जनसेवक प्रभात रंजन को झारखण्ड सेवा संहिता के नियम 96 एवं झारखण्ड सरकारी सेवक (वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2016 के नियम 10 के तहत केवल जीवन निर्वाह भत्ता का भुगतान किया जायेगा।