कर्ज नहीं देना पड़ता इसलिए हथियार पहुँचाने का काम उठाया,दो बंदूक,आठ गोली के साथ चार पकड़ा गया…

पलामू।झारखण्ड के पलामू पुलिस ने दो बंदूक और आठ गोली के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है।यह जानकारी शुक्रवार को एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी है। उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को पलामू के देवरी ओपी चेकपोस्ट पर चेकिंग की जा रही थी।इसी क्रम में हुसैनाबाद की ओर से आने वाली एक स्कॉर्पियो (JH14D0449) को जब रोकने का प्रयास किया गया तो चालक भागने लगा। किसी तरह बैरिकेडिंग कर गाड़ी को रोका गया।जब गाड़ी की तलाशी लेने पर गाड़ी से दो बंदूक,आठ गोली बरामद की गई।हथियार को कब्जे में लेकर उसमें सवार सुभाष कुमार,फिरोज अंसारी, आनंद कुमार और तौहीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया।

बताया कि हथियार के साथ गिरफ्तार मुख्य आरोपी सुभाष कुमार कर्ज से मुक्ति पाने के लिए आर्म्स की सप्लाई कर रहा था। एसपी ने बताया कि सुभाष कुमार के अनुसार उसने अपने एक जान-पहचान वाले (बिहार निवासी) से कर्ज लिया था।जब वो काफी समय बाद भी कर्ज चुकाने में असमर्थ हुआ, तो उस आदमी ने उसके सामने प्रस्ताव रखा कि अगर वो हथियार पहुंचाने में मदद करेगा तो सारा कर्ज माफ कर दिया जाएगा।इसी कर्ज से मुक्ति पाने के लिए सुभाष ने अपने मित्र फिरोज अंसारी, आनंद कुमार और तौहीद अंसारी के साथ अपनी स्कॉर्पियो (पिता के नाम पर रजिस्टर्ड) से गढ़वा से बंदूक और गोली लेकर देवरी नाव घाट जा रहा था,जहां से उसे बिहार जाना था। एसपी ने बताया कि बिहार में इस कांड में जिसकी संलिप्तता है, उसकी जानकारी के लिए बिहार पुलिस से समन्वय बनाकर काम किया जायेगा।

बताया जाता है कि आरोपी के पास से बरामद दोनों बंदूकें पुरानी हैं।इससे यह प्रतीत होता है कि यह कारखाना से नया लेकर बेचने का मामला नहीं है। ये पुरानी बंदूक खरीद बिक्री का ही मामला है। पुलिस को अंदेशा है कि इसका तार लंबा जुड़ा हुआ है। इसमें नए अपरिचित चेहरे के अपराध में संलिप्त करने की बात भी सामने आ रही है। पुलिस अनुमान लगा रही है कि इस तरह से युवाओं को भी अन्य अपराध में शामिल किया जा सकता है। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।

इधर सुभाष के साथ हथियार के साथ धराए फिरोज अंसारी, आनंद कुमार और तौहीद अंसारी गढ़वा जिले के रमुना थाना के चना कला गांव के रहने वाले हैं। सुभाष के कहने पर उसके कर्ज से मुक्ति के लिए ये अपने दोस्त की मदद करने गए थे।इसी क्रम में पुलिस ने उन्हें हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया।एसपी का कहना है कि भले ये तीनों अपने दोस्त सुभाष की मदद के लिए गए हों,पर गाड़ी में दो हथियार होने की बात इन्हें मालूम नहीं हो ऐसा नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा कि अपराधी का साथ देना भी अपराध है और सुभाष के साथ हथियार तस्करी के कांड में वे भी बराबर के दोषी हैं।